वाशिंगटन । भारत की अगुवाई में दक्षिण एशिया नियंतण्र वृद्धि का केंद्र बनने की दिशा में बढ़ रहा है। वर्ष 2040 तक वृद्धि में इस क्षेत्र का अकेले एक तिहाई योगदान हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने हालिया शोध में यह बात कही।मुद्राकोष के भौगोलिक विभाजन में दक्षिण एशिया क्षेत्र में भारत, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, भूटान और मालदीव शामिल हैं। अफगानिस्तान और पाकिस्तान को इसमें जगह नहीं दी गई है। आईएमएफ के एक दस्तावेज ‘‘क्या वृद्धि के लिए दक्षिण एशिया तैयार ? सतत एवं समावेश वृद्धि एजेंडा’ में कहा गया कि बुनियादी ढांचे में सुधार और युवा कार्यबल का सफलतापूर्वक लाभ उठाकर यह क्षेत्र 2040 तक नियंतण्र वृद्धि में एक तिहाई योगदान दे सकता है।आईएमएफ की एशिया एवं प्रशांत विभाग की उप निदेशक एनी मेरी गुलडे वोल्फ ने कहा, ‘‘हम दक्षिण एशिया को नियंतण्र वृद्धि केंद्र के रूप में आगे बढ़ता हुए देख रहे हैं।’