अलसी तेल जल्द ही खाद्य तेलों में शामिल होगा। सरकारी शोध संस्था भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने इस तेल की गुणवत्ता में सुधार किया है। संस्थान ने इसे खाने के लिहाज से बेहतर तेल बनाने का दावा किया है। परिषद के मुताबिक इस तेल में स्वास्य के लिहाज से कई गुण हैं।लिनसीड यानी अलसी तेल को अखाद्य तेल माना जाता है। इसमें अल्फा- लिनोलेनिक एसिड काफी मात्रा में होता है। इस लिहाज से इसका औद्योगिक इस्तेमाल काफी बढ़ जाता है। आईसीएआर ने लंबे शोध के बाद इस तेल को खाना पकाने लायक बनाया है। परिषद ने इस तेल में से लिनोलेनिक एसिड की मौजूदगी को कम करने का तरीका ढूंढ निकाला। इसके बाद यह तेल खाने में इस्तेमाल के लिए उपयुक्त बन गया।