महानिदेशालय वस्तु और सेवाकर गुप्तचर और महानिदेशालय राजस्व गुप्तचर की अब तक की सबसे बड़ी संयुक्त कार्रवाई में धोखाधड़ी से एकीकृत वस्तु और सेवाकर - आई जी एस टी के रिफंड का दावा करने वाले निर्यातकों के विरुद्ध देशभर में 336 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी ली गई। यह कार्रवाई 14 राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में की गई और दोनों एजेंसियों से लगभग बारह सौ अधिकारियों ने इसमें भाग लिया।
आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर दोनों एजेंसियों के आपसी सहयोग और जांच से पता लगा कि कुछ निर्यातक अवैध या जाली आपूर्तियों के आधार पर इनपुट टैक्स क्रेडिट के रूप में ली गई राशि का इस्तेमाल करते हुए आई जी एस टी का भुगतान करके भारत से बाहर निर्यात कर रहे थे। इस आई जी एस टी की राशि को निर्यात पर मिलने वाले रिफंड के रूप में वे सरकार से वापस ले रहे थे। एजेंसियों ने यह भी देखा कि निर्यातकों और उनके आपूर्तिकर्ताओं ने नकदी के रूप में शून्य या बहुत कम कर अदा किया।