GMCH STORIES

1.6 बिलियन डॉलर की सभी उचित मानदंडों का पालन करने वाली एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है डार्विन ग्रुप ऑफ कंपनीज

( Read 20168 Times)

29 Sep 20
Share |
Print This Page
1.6 बिलियन डॉलर की सभी उचित मानदंडों का पालन करने वाली एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है डार्विन ग्रुप ऑफ कंपनीज

मुंबई : कंपनी ने कहा कि भारत भर में उसके प्रतिनिधियों के लिए वो निरंतर उनके साथ खड़ा है क्योंकि, उन्हें नैतिक और बेस्ट सिस्टम को अपनाने ट्रेनिंग दी गई है। इन्हे एचबीएन डेयरी और एबिल इन्वेस्टमेंट जैसी संदिग्ध कंपनियों के साथ नहीं खींचा जाना चाहिए। कंपनी हितधारकों के बीच अपने व्यापार के तौर-तरीकों पर संदेह और भ्रम को दूर करने के सतत प्रयासरत है। सिंगरौली, 29 सितंबर 2020 डार्विन प्लेटफ़ॉर्म ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ (DPGC) के प्रतिनिधियों के बारे में कुछ गलत रिपोर्ट में निवेशकों को धोखा देने के जो इल्जाम लगे वो डार्विन ग्रुप के मुताबिक़ आधारहीन और झूठ है, डार्विन ग्रुप ने ये स्पष्ट किया है कि वो भारत सरकार के स्थापित सभी मानदंडों का वो सख्ती पालन करती है और हमेशा सर्वोत्तम नीतियों को अपनाती है।

कंपनी के तीन प्रतिनिधि, जो पहले एचबीएन डेयरी और एबिल इन्वेस्टमेंट्स से जुड़े थे, वो  डीपीजीसी प्लेटफॉर्म में किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त नहीं थे। इसलिए ग्रुप ने उनके साथ खड़े रहने का फैसला किया है।
“आज हम जो भी है वो भारत भर में  कार्यरत अपने प्रतिनिधियों के अथक प्रयासों की बदौलत हैं, क्योंकि उन्हें हमने हमेशा से नैतिक और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए तैयार किया है। इन्हे एचबीएन डेयरी और एबिल इन्वेस्टमेंट जैसी संदिग्ध कंपनियों के साथ नहीं खींचा जाना चाहिए। जिनके अन्य प्रतिनिधियों ने हमेशा से निवेशकों को धोखा दिया और भाग गए। हमारे पास अपने निवेशकों के हितों की रक्षा करने के लिए पर्याप्त संसाधन और कानूनी व्यवस्था है। हमारे व्यापार के तौर-तरीके हमारे सभी हितधारकों के लिए जीत की स्थिति सुनिश्चित करते हैं।

‘डीपीजीसी के प्रवक्ता ने कहा’
“हमने मौजूदा और नए प्रतिनिधियों के पिछले सभी रिकॉर्ड को भी सत्यापित किया है ताकि भविष्य में ऐसी कोई भी साज़िश न हो, जिससे सबसे तेजी से बढ़ते भारतीय बहुराष्ट्रीय उद्यम के ब्रांड वैल्यू पर कोई सेंध लगा सके। हम प्रतिनिधियों सहित अपने हितधारकों के हितों की रक्षा के लिए कई सुधार कर रहे है।
डीपीजीसी किसी भी तरह के धोखाधड़ी में लिप्त नहीं है और निवेशकों के लिए कई आय-जनक योजनाओं को पेश करता है। भारत भर में डार्विन ग्रुप के कर्मचारियों और प्रतिनिधियों ने डार्विन प्लेटफ़ॉर्म ग्रुप के नाम पर कुछ लोगों के साथ दुर्व्यवहार या संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त होने के बारे में शीर्ष प्रबंधन को अवगत कराया था और इसलिए कंपनी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुंबई में एक शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से भी डार्विन  ग्रुप को  क्लीन चिट दी गई है कंपनी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की गहन जांच और आकलन के बाद। ED के पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि कंपनी की कुल संपत्ति 1.6 बिलियन अमरीकी डालर है और इसमें 21 सहयोगी कंपनियाँ हैं जिनमें डार्विन प्लेटफ़ॉर्म कार टैक्सी कंपनी लिमिटेड शामिल है।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “जांच में हमने पाया कि डार्विन ग्रुप कंपनी किसी भी तरह की पोंजी स्कीम, मल्टीलेवल मार्केटिंग स्कीम, फेरा, फेमा, चिट फंड मनी या प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्री एक्टिविटी के उल्लंघन, प्राइज चिट मनी सर्कुलेशन बैनिंग एक्ट का उल्लंघन नहीं करती है।” 05 सितंबर, 2020 को DPGC के अध्यक्ष को जारी एक पत्र में ईडी ने स्पष्ट किया। कंपनी ने लोगों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारें में उन्हें अवगत कराने का भी आग्रह किया है। 
डार्विन प्लेटफ़ॉर्म ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ (DPGC), एक प्रमुख वैश्विक व्यापार समूह है, और कई क्षेत्रों में काम कर रहा है. डार्विन ग्रुप ने यह भी घोषणा की है कि इसकी सहायक डार्विन प्लेटफ़ॉर्म कार टैक्सी ट्रेड लिमिटेड (डार्विन प्लेटफ़ॉर्म टैक्सी) मुंबई और अन्य महानगरों में कैब एग्रीगेटर के रूप में अपनी सेवाएँ देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भोपाल सहित देश के कई अन्य शहरों में भी में इसकी शुरुआत होगी। चालू वित्त वर्ष (31 मार्च, 2020 – 21) के अंत तक कंपनी मुंबई और देश के अन्य बड़े शहरों में 5000 से अधिक कैब बेड़े के साथ इसका विस्तार करेगी।
इन वर्षों में, समूह ने अपनी अन्य सहयोगी कंपनियों के साथ कई क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है जिसमें डार्विन प्लेटफॉर्म कैपिटल, डार्विन प्लेटफॉर्म होल्डिंग और डार्विन प्लेटफॉर्म इन्फ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं। इनके अलावा, ग्रुप अपनी सहायक कंपनियों और सहयोगी कंपनियों के माध्यम से बैंकिंग, हेल्थकेयर, एविएशन, रियल्टी, एनर्जी, मास मीडिया और आईटी सेक्टर में भी काम करता है। DPGC ने अग्रणी वैश्विक कंपनियों के साथ कई संयुक्त उपक्रमों का गठन किया है और यह अंतर्राष्ट्रीय संघों का भी हिस्सा है। हाल ही में कंपनी ने बड़े बुनियादी ढांचे और तेल परियोजनाओं के लिए विशेष रूप से यूएई और ओमान के मध्य-पूर्व में प्रवेश किया है।


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Headlines , Business News
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like