सरकार ने बंद पड़ी एयरलाइंस में अपनी हिस्सेदारी बेचने की बोली प्रक्रिया चला रहे निवेशकों की चिंताओं को दूर करने का भरोसा दिया है। नागरिक विमानन मंत्रालय (एमओसीए) ने मंगलवार को कहा कि वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइन के विभिन्न हवाईअड्डों पर स्लॉट के ऐतिहासिक अधिकार का संरक्षण किया जाएगा।मंत्रालय ने आधिकारिक बयान में कहा, ‘‘मौजूदा एमओसीए प्रावधानों के मुताबिक जेट एयरवेज के स्लॉट आवंटन के ऐतिहासिक अधिकार को सुरक्षित रखा जाएगा। मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार ये स्टॉल जेट एयरवेज को तब मुहैया कराए जाएंगे, जब कंपनी परिचालन दोबारा शुरू करेगी। बयान में कहा गया है कि यह स्पष्ट किया जाता है कि जेट एयरवेज के खाली पड़े स्लाट को अन्य एयरलाइनों को पूरी तरह से अस्थायी आधार पर तीन महीनों की अवधि के लिए दिया जा रहा है। वर्तमान में सभी हितधारकों को पारदर्शी तरीके से स्लॉट आवंटित किए जा रहे हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ बैठक में एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारियों और एयरलाइन के कर्मचारियों के प्रतिनिधि ने मंत्री से जेट एयरवेज के स्लॉट को सुरक्षित रखने की गुजारिश की थी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि संभावित खरीदारों के लिए पर्याप्त मूल्य है।