सरकार चीन से डाक द्वारा मंगाए जाने वाले तोहफों की संख्या सीमित करने पर विचार कर रही है। चीन की ई-वाणिज्य कंपनियों द्वारा देश में इस तरह से अधिक संख्या में भेजे जा रहे सामान को लेकर कुछ घरेलू कंपनियों ने अपनी चिंता जाहिर की है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हाल ही में इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया गया।एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने इस तरह के उपहारों की संख्या को प्रति व्यक्ति चार उपहार प्रति वर्ष मंगाने की सीमा तय करने का सुझाव दिया है। लेकिन इस पर कोई भी अंतिम निर्णय सीमा शुल्क प्राधिकरण द्वारा लिया जाएगा।’ अधिकारी ने कहा कि हालांकि आवश्यक दवाओं पर इस तरह के प्रतिबंध लगाने की सिफारिश नहीं की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार चीन की कुछ ऐप और ई-वाणिज्य कंपनियां देश के विदेश व्यापार कानून के नियमों का गलत इस्तेमाल कर रही हैं। इस नियम के अनुसार 5,000 रपए मूल्य तक के उत्पादों को उपहार के तौर पर आयात किया जा सकता है। इस पर सीमाशुल्क से छूट दी गई है।इस संबंध में कुछ घरेलू ई-वाणिज्य कंपनियों ने चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि चीन की आनलाइन कंपनियों को भारत से ऐसे आर्डरों की संख्या दिनबदिन बढ़ रही है।
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