मुंबई। घरेलू यूरिया उद्योग में स्थिरता बने रहने की संभावना है। हालांकि, चालू वित्त वर्ष के दौरान ‘पी एंड के’ (फास्फोरस और पोटाश) कंपनियों के प्रदर्शन को लेकर जो अनुमान व्यक्त किये गये हैं उनमें दबाव बढ़ सकता है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। कच्चे माल की बढ़ती लागत और कमजोर रुपये से इन कंपनियों के प्रदर्शन पर दबाव बढ़ सकता है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा है कि पी एंड के विनिर्माता कच्चे माल की अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर हैं और हाल ही में रुपये में गिरावट और फॉस्फोरिक एसिड की कीमतों में वृद्धि के परिणामस्वरूप इनकी लागत बढ़ी है।
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