सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के प्रमुख प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि परिचालन खर्च में बढ़ोतरी और कड़ी प्रतिस्पर्धा से एयर इंडिया को फिर से पटरी पर लाने की राह और ज्यादा कठिन हो गई है। उन्होंने ‘‘खुद को बनाए रखने के लिए’ हर संभव तरीके से आय उत्पन्न करने की जरूरत पर बल दिया। वित्तीय संकट से जूझ रही एयर इंडिया पर 50,000 करोड़ रपए से अधिक का कर्ज है। सरकार भी एयर इंडिया को फिर से खड़ा करने के तरीकों पर काम कर रही है। खरोला ने कर्मचारियों से कहा, ‘‘ईंधन की कीमतों में वृद्धि, रपए में उतार-चढ़ाव और परिचालन व्यय में वृद्धि से बदलाव को लेकर हमारी राह और कठिन हो गई है। इसके अलावा इस क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा भी चिंता का विषय है।’ खरोला ने कर्मचारियों के लिए एयरलाइन की आंतरिक पत्रिका ‘‘संवाद’ (अक्टूबर अंक) में एक संदेश में कहा कि दुनिया भर की एयरलाइंस कंपनियां खर्च पर नियंतण्रऔर दक्षता को बढ़ाने के कड़े कदम उठा रही हैं।ईंधन की कीमतों में इजाफे से विमानन उद्योग प्रभावित हुआ है। पिछले सप्ताह सरकार ने विमान ईंधन पर उत्पाद शुल्क को 14 प्रतिशत से घटाकर 11 प्रतिशत कर दिया है।
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