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बैंक मित्रों के माध्यम से लेनदेन दो साल में हुआ ढाई गुना

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15 Feb 18
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सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 177 करोड़ डालर (तकरीबन 11,420 करोड़ रपए) के फर्जी तथा अनधिकृत लेनदेन का मामला सामने की खबरों से बैंक के शेयरों में करीब 10 फीसद की भारी गिरावट आ गई। बीएसई में पीएनबी सर्वाधिक घाटे में रहा और उसके शेयर 9.81 फीसद लुढ़ककर 145.80 रपए प्रति शेयर पर आ गए। बीएसई के 20 समूहों में बैंकिंग समूह के सूचकांक में 1.62 फीसद की सबसे अधिक गिरावट देखी गई। पीएनबी के अलावा इलाहाबाद बैंक के शेयरों के भाव भी 7.79 फीसद लुढ़के। बैंक आफ इंडिया, स्टेट बैंक, ओरियंटल बैंक, केनरा बैंक, कारपोरेशन बैंक, यस बैंक, सिंडीकेट बैंक, आईडीबीआई, विजया बैंक,आंध्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के साथ अन्य बैंकों के शेयर भी गिरावट में रहे।
बैंक मित्रों या बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट के माध्यम से किए जाने वाले औसत लेनदेन की संख्या पिछले दो साल में बढ़कर लगभग ढाई गुणा हो गई है।अंतराष्ट्रीय सलाह कंपनी माइक्रोसेव द्वारा यहां जारी रिपोर्ट में बताया कि गया है कि वर्ष 2015 में देश में बैंक मित्रों के माध्यम से रोजाना औसतन 13 लेनदेन होते थे जो 2017 में बढ़कर 31 पर पहुँच गए। इस प्रकार इसमें 140 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। ग्रामीण इलाकों ने यह औसत 14 से बढ़कर 41 पर, महानगरों में पाँच से बढ़कर 19 पर और अन्य शहरों में 14 से बढ़कर 28 पर पहुँच गए।‘‘स्टेट ऑफ एजेंट नेटवर्क, इंडिया, 2017’ नाम से जारी रिपोर्ट का अनावरण केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अर¨वद सुब्रमण्यम ने किया। उन्होंने बैंक मित्रों द्वारा एक बैंक के खाते से दूसरे बैंक के खाते में पैसा भेजने में आने वाली दिक्कतों के बारे में कहा कि वह इस मसले को उचित मंच पर उठाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार, 41 प्रतिशत बैंक मित्रों ने कहा कि उनका बैंक उन्हें दूसरे बैंकों के खाते में पैसे भेजने की अनुमति नहीं देता है जबकि 75 प्रतिशत का कहना है कि उनके पास ऐसे ग्राहक आते हैं जो दूसरे बैंकों के खातों में पैसा भेजना चाहते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि इसकी अनुमति हो तो बैंक मित्रों द्वारा होने वाले लेनदेन में तीन प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।साठ प्रतिशत बैंक मित्रों का कहना है कि दूसरे बैंक में खाता भेजते समय पैसे पहुँचने में दिक्कत आती है।
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