दलित समाज संविधान बदलने वालों से सावधान रहें यह बात SC ST एकता मंच के संयोजक लक्ष्मण बड़रा ने कगाऊ गांव में आयोजित सामाजिक कार्यक्रम में कही संयोजक बड़ेरा ने कहा कि दलित विरोधी शक्तिया देश के दलितों को असुरक्षित करने के लिए एससी एसटी एक्ट को समाप्त कर गांव गांव में दलित समाज के कमजोर लोगों को गुलाम और दास बनाना चाहते हैं बडेरा ने कहा कि दलित विरोधी शक्तियां देश के संविधान को जलाकर दलितों को डरा कर देश में भय का माहौल बना रहे हैं लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि भारत सरकार व राज्य सरकार की मौजूदगी में दलितों पर 2 अप्रैल को पुलिस ने हमला कर सैकड़ों दलित युवाओं को घायल कर दिया था पुलिस की मौजूदगी में हमलावर दलितों की गाड़ियों को आग लगाकर जला रहे थे तथा हमलावर लाठियां लेकर दलितों को दौड़ा-दौड़ा कर मारपीट कर रहे थे होटलों पर चढ़कर पत्थरों व बीयर की बोतल से हमला कर रहे थे लेकिन दलितों को सुरक्षा के लिए पुलिस ने कोई प्रबंध नहीं किया हमलवार लोगों के खिलाफ में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की संयोजक बड़ेरा ने कहा कि बाड़मेर विधायक ने दलितों कि सुरक्षा करने व पुलिस अत्याचारों से बचाने के बजाय मुंह छिपाकर हमलावर ताकतों का साथ देते रहे इस कारण पुलिस का हौशला अत्याचार करने पर बढ़ता गया इसलिए समाज को सचेत रहना चाहिए दलित समाज को संविधान जलाने वालों , एससी एसटी एक्ट का विरोध करने वालों और अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने वालों, एसएसटी वर्ग की नौकरियों को छिनने वालों की पहचान करनी चाहिए तथा ऐसे लोगों को संरक्षण देने वाले नेताओं की पहचान करनी चाहिए बड़ेरा ने लोगों से आह्वान किया आने वाले दिनों में दलित हितैषी उम्मीदवार को ही वोट देकर के विधायक बनाने का आह्वान किया है संबोधित करते हुए कहा कि जनजाति के कमजोर वर्गों के लिए कानून मजबूत करने वाले उम्मीदवार को वोट देकर अपना उम्मीदवार बनाएंगे मीठ्डा के हेमाराम पवार ने कहा के 2 अप्रैल के दिन समाज के साथ में पुलिस व सामंतवादी शक्तियों ने भारी अत्याचार किया था जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं लोगों ने जय भीम अबकी बार भीम सरकार के नारे लगाकर उद्घोष किया
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