सवाड़ा। कलक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने कहा है कि नैसर्गिक सौंदर्यश्री से लकदक और शिल्प वैशिष्ट्य की धरा बांसवाड़ा जिले का सौंदर्य पर्यटकों को दिखाना जरूरी है, ऐसा होने पर ही बांसवाड़ा का पर्यटन बढ़ेगा। कलक्टर मंगलवार को यहां कलेक्ट्रेट में बांसवाड़ा के पर्यटन स्थलों पर आधारित एक मोबाइल एप 'सफर बांसवाड़ा' को लांच करते हुए संबोधित कर रहे थे।
यह मोबाइल एप वेब मैप एप्लीकेशन जीआईएस तकनीक का उपयोग करके महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा गुजरात के भूगोल विभाग के पीएचडी शोधकर्ता विरांच दवे और पुलिस मुख्यालय जयपुर में कार्यरत अतिरिक्त निदेशक जनसंपर्क डॉ. कमलेश शर्मा द्वारा तैयार किया गया है। इस एप के लांच होने के बाद तैयार होने के बाद अब बांसवाड़ा आने वाले पर्यटक जल्द ही अपने मोबाइल फोन से पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
कलक्टर ने कहा कि एप को अधिकाधिक आकर्षक विडियो—फोटो का उपयोग करते हुए पर्यटकों के लिए उपयोगी बनाया जाए और इसको जन—जन तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया इंफ्लूएंजर्स का सहयोग भी लिया जाए। इसके साथ ही होटेलियर्स, ट्रेवल एवं टूर एजेंट्स के माध्यम से भी इस एप का प्रचार—प्रसार किया जाए। इस मौके पर डॉ. कमलेश शर्मा व विरांच ने इस एप की विषयवस्तु व उपयोग की प्रक्रिया के बारे में बताया। जिले के प्रमुख सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर रितिक ने भी इस एप को प्रचारित—प्रसारित करने में सहयोग को आश्वस्त किया। विरांच ने बताया कि कोई भी व्यक्ति क्यू आर कोड को स्कैन करके किसी भी मोबाइल पर इसे इंस्टाल कर उपयोग कर सकता है। किसी भी तरह की समस्या आने पर मोबाइल नंबर 9601760652 पर संपर्क किया जा सकता है। इस मौके पर कपिल व आकाश सेठिया भी मौजूद रहे।
जीआईएस तकनीक बनी मददगार :
शहर के नागरवाड़ा निवासी प्रतिभावान युवा शोधार्थी विरांच दवे द्वारा बांसवाड़ा जिले में पर्यटन सर्किट की पहचान करने के लिए जीआईएस तकनीक का उपयोग किया है। इस अध्ययन को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर), नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित किया गया है। इस एप में बांसवाड़ा के प्रमुख पर्यटन आकर्षणों और इसके पहुंच घटक को दिखाने के लिए जीआईएस का उपयोग करके मानचित्र बनाए और आकर्षक जानकारियां व फोटो संकलित किए गए हैं।
बांसवाड़ा के 29 स्थानों का समावेश :
इस एप में बांसवाड़ा में पर्यटन महत्व के 29 स्थानों का समावेश किया गया है वहीं इसमें कर्क रेखा से संबंधित स्थानों को भी दिखाया गया है। इसमें बांसवाड़ा जिले के वर्तमान सड़क नेटवर्क के आधार पर अध्ययन ने दो महत्वपूर्ण पर्यटन सर्किट जैसे माही नदी सर्किट और धार्मिक ऐतिहासिक सर्किट डिजाइन किए हैं। माही नदी सर्किट में माही नदी द्वारा बनाए गए सुंदर प्राकृतिक स्थल शामिल हैं जबकि धार्मिक ऐतिहासिक सर्किट में बांसवाड़ा जिले की सांस्कृतिक महिमा को दर्शाने वाले स्थल शामिल हैं। माही नदी सर्किट में कडेलिया वॉटरफॉल, चाचा कोटा, माहीडेम, जगमेरू हिल और कागदी को सम्मिलित किया गया है वहीं धार्मिक—ऐतिहासिक सर्किट में तलवाड़ा, त्रिपुरा सुंदरी, रामकुंड, भीमकुंड, पाराहेड़ा, अर्थुना, मानगढ़, नंदनी माता, ब्रह्मा जी और शहर के प्रमुख स्थानों को लिया गया है।