बांसवाड़ा / शहर के एक निजी होटल में चल रहे आशाओं के प्रशिक्षण के दूसरे दिन सीएमएचओ डॉ. एचएल ताबीयार ने निरीक्षण किया। डॉ. ताबियार ने आशाओं से बातचीत की और कहा कि प्रशिक्षण के दौरान कोई भी समस्या आए बेझिझक जरूर बताएं। उन्होंने प्रशिक्षकों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
प्रशिक्षण के दूसरे दिन महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। जिला आशा समन्वयक गजेंद्रसिंह सागर ने बताया कि आशाओं के स्वस्थ समुदाय, स्वास्थ्य के अधिकार, आशा सहयोगिनी हेतु आवश्यक नेतृत्व कौशल, आवश्यक संचार कौशल पर चर्चा की गई। पहले दिन आशा का अर्थ, उनकी भूमिका, आशा के जीवन का मूल्य, अधिकार और नैतिक अधिकारों के बारे में बताया गया था। प्रशिक्षण के लिए खुश्बू पंड्या, किरण जोशी और हर्षिला शुक्ला को दायित्व सौंपा गया है। गुरुवार को प्रशिक्षण के दौरान डॉ. गोविंद सिंहल भी मौजूद रहे।
प्रशिक्षण में यह खास
आशा सहयोगिनियों के आठ दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान बीमारी क्या है, स्वास्थ्य संबंधित आम समस्याओं से निबटना, चोटों और घावों के लिए प्राथमिक उपचार, दवाओं के उचित प्रयोग में आशाओं की भूमिका, अच्छे स्वास्थ्य के लिए आहार और खाद्य पदार्थों की भूमिका, संक्रामक रोगी टीबी, कुष्ठ रोग मलेरिया, गर्भावस्था के दौरान देखभाल, नवजात शिशु देखभाल, प्रसव पूर्व देखभाल सहित कई विषयों पर चर्चा की जाएगी।