बांसवाड़ा। वागड़ अंचल में आगामी कुछ दिनों तक मानसून के काफी कमजोर रहने की संभावना जताई जा रही है। उदयपुर स्थित कृषि अनुसंधान निदेशालय के पूर्व निदेशक डॉ. जी एस आमेटा ने बताया कि जून, जुलाई और अगस्त के शुरुआती दस दिनों तक मानसून के दौरान बारिश तो हुई है लेकिन कहीं अधिक और कहीं कम बारिश होने से इसे खंड वृष्टि ही कहा जाएगा। वास्तव में जैसी व्यापक वर्षा होनी चाहिए थी ऐसी नहीं हो पाई है। बांसवा़ड़ा जिले मेें ढाई लाख हैक्टेयर में खरीफ फसल की बुवाई की गई है। कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि अब खरीफ की फसल को पानी की आवश्यकता है। 26 जुलाई से 9 अगस्त तक बारिश नहीं होने से अब फसलों को पानी नहीं मिला तो आगामी चार से पांच दिनों बाद फसलों का सूखना प्रारंभ हो जाएगा। आमेटा ने बताया कि बारिश के तीन चरण पूरे हो चुके हैं लेकिन फिलहाल मानसून 15 दिनाें से कमजोर बना हुआ है। अब अरब सागर के लौटते मानसून के आगामी कुछ दिनों में बरसने की संभावना है।
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