अजमेर । अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री वी.एस. भाटी ने अजमेर शहर के मदार गेट क्षेत्र में रविवार 24 मार्च को कस्तूरबा गांधी अस्पताल के निकट लगे ट्रांसफार्मर में अचानक आग लग जाने के प्रकरण में टाटा पावर लि. के अधिकारियों को तलब किया।
प्रबंध निदेशक ने टाटा पावर लि. के प्रतिनिधियों से रविवार 24 मार्च को मदार गेट क्षेत्र में हुई दुर्घटना को गंभीरता से लिया जाए और भविष्य में इस प्रकार की किसी दुर्घटना की पुर्नावति न हो इसलिए सख्त निर्देश देते हुए कहा कि ऑयल लीकेज, बूसिंग मशीन एवं थर्मोस्केन को आगामी सात दिवस में चेक कर प्रबंध निदेशक कार्यालय में पालना रिपोर्ट पेश की जाए।
उन्होंने निर्देशित किया कि समय-समय पर ट्रांसफार्मरों की देख रेख व मरम्मत की जाए। उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में ट्रांसफार्मर जलने की अधिक समस्या आती है जिससे इस प्रकार की दुर्घटनाएं होने की संभावना रहती है। शहर वृत्त में ट्रांसफार्मरों के नीचे बैठे सभी छुटकर व्यापारियों को समझाईश से हटाया जाने की कार्यवाही तुरन्त प्रारम्भ की जाए एवं यदि कोई आपत्ति आए तो पुलिस प्रशासन की सहायता से कार्यवाही की जाए।
प्रबंध निदेशक ने आदेशित किया कि ट्रांसफार्मर की रखरखाव, तेल रिसाव की जांच, समय समय पर विद्युत लाईनों एवं ट्रांसफार्मरों के रखरखाव की अनुसूची पेश की जाए एवं साथ ही रखरखाव सुनिश्चित किया जाए।
प्रबंध निदेशक ने अजमेर के विद्युत उपभोक्ताओं की लगातार आ रही बिजली के बिलों की शिकयतों को गंभीरता से लेते हुए टाटा पावर के प्रतिनिधियों को सख्त हिदायत दी की विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली के बिलों की साईकिल में किसी भी प्रकार की कोई अनियिमितता न रखते हुए मीटर रीडिंग समय से ली जाए और बिजली का बिल निर्धारित साईकिल के अनुसार जारी किया जाए।
प्रबंध निदेशक ने टाटा पावर लि. के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि अजमेर शहर के सभी ट्रांसफार्मरों की फेन्सिंग का काम जल्द से जल्द पूर्ण कर संभावित विद्युत दुर्घटनाओं से बचने हेतु प्रयासों में गति लाए जाए। प्रबंध निदेशक ने निर्देशित किया कि उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा विद्युत आपूर्ति और बिल जारी करने एवं उनके शिकायत निवारण में नहीं होनी चाहिए।
अधीक्षण अभियंता (शहर वृत्त) श्री मुकेश ठाकुर ने प्रकरण की जांच की प्रगति से अवगत करवाया।