अजमेर|महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह जियारत को आने वाले जायरीन के लिए कायड़ विश्राम स्थली में जल्द ही सद्भाव पंडाल बनेगा। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को दरगाह कमेटी पूरा कराएगी, लेकिन फिलहाल केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की हरी झंडी का इंतजार है। कायड़ विश्राम स्थली में जायरीन के ठहरने के लिए फिलहाल एक बड़ी चार मंजिला डोर मेट्री है। गरीब नवाज के उर्स और मोहर्रम पर भरने वाले मिनी उर्स के दौरान यह डोर मेट्री जायरीन के लिए अपर्याप्त रहती है।
बड़ी संख्या में जायरीन को खुले में रहना पड़ता है। उर्स में करीब एक लाख जायरीन यहां ठहरते हैं।
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