उदयपुर। आम तौर पर गुप्तांग में पाया जाने वाला मिक्स जर्म सेल ट्यूमर एक युवक के मस्तिष्क के मध्य में पाया गया। जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज यू महाजन और न्यूरोसर्जन डॉ. अजीतसिंह ने इसका ऑपरेशन कर बाहर निकाला। चिकित्सकों का दावा है कि इस तरह का केस और उसका ऑपरेशन दक्षिणी राजस्थान में पहली बार हुआ है।
पाली जिले के रहने वाले १६ वर्षीय युवक को उसके परिजन पिछले दिनों जीबीएच मेमोरियल कैसर हॉस्पीटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज महाजन के पास लेकर पहुंचे थे। युवक की एक महीने पूर्व कराई एमआरआई रिपोर्ट देखने पर मस्तिष्क में एक सेंटीमीटर का ट्यूमर था। उसके कारण उसे तेज सिर दर्द के साथ बार-बार बेहोशी हो जाती थी। उसके चलने, फिरने, बोलने और खाना खाने में भी तकलीफ थी। इस पर युवक को जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के न्यूरोसर्जन डॉ. अजीतसिंंह को दिखाया गया। वहां पुनः कराई एमआरआई में ट्यूमर ने एक महीने पहले की रिपोर्ट से चार सेंटीमीटर की बढवार ले ली थी। पांच सेंटीमीटर का ट्यूमर रोगी के मस्तिष्क के बीचों-बीच था, इस कारण वहां साधारण सर्जरी से पहुंचना मुश्किल था। इस गंभीरता के बीच रोगी के मस्तिष्क में पानी भरने लगा था। मुंबई, अहमदाबाद में भी उसका ऑपरेशन करने से इंकार कर सिर्फ पानी निकालने की प्रकि्रया की गई।
न्यूरोसर्जन डॉ. अजीतसिंह ने बताया कि एम्स, दिल्ली के अनुभव से रोगी का साढे पांच घंटे ऑपरेशन बैठाकर किया गया। इसमें रोगी का मस्तिष्क स्थिर रखकर मस्तिष्क के बीच में फैल रहे ट्यूमर तक पहुंचकर पूरी तरह हटाया गया। डॉ. मनोज यू महाजन के अनुसार मिक्स जर्म सेल ट्यूमर आम तौर पर पुरूषों में अंडकोष व महिलाओं में गर्भाशय के मुंह पर यहां पाया जाता है। यह ट्यूमर मस्तिष्क में मिलने का इस तरह का केस अब तक देश में बमुश्किल सौ से सवा सौ ही पाए गए हैं। मस्तिष्क में कम ही पाए जाने वाले इस ट्यूमर का ऑपरेशन भी इसी कारण जटिल होता है। इसी कारण मुंबई और अहमदाबाद में भी रोगी के परिजनों को ऑपरेशन करने से इंकार कर दिया था। डॉ. अजीतसिंह ने दावा किया है कि इस तरह केस और उसका ऑपरेशन दक्षिणी राजस्थान में पहली बार संभव हुआ है। अब मरीज पूरी तरह कुशल है और शुक्रवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया।