उदयपुर। थाईलैंड के रयोंग शहर मंे आयोजित की जा रही 4 दिवसीय केनो स्प्रिंट खेल की एशियन चैंपियनशिप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए उदयपुर के हर्षवर्धन शक्तावत ने भारत के लिए जीता कास्य पदक जीत वैश्विक स्तर पर शहर का नाम रोशन किया।
भारतीय ड्रेगन बोट के चेयरपर्सन दिलीप सिंह चौहान और राजस्थान कैनो स्प्रिंट चेयरमैन पियूष कच्छवाहा ने बताया कि थाईलैंड के रयोंग शहर मे केनो स्प्रिंट खेल की एशियन चौंपियनशिप मे उदयपुर के हर्षवर्धन शक्तावत ने भारतीय टीम मे प्रतिनिधित्व कर कायाक के-4 (1000} मीटर की प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त कर पदक भारत के लिए कास्यं पदक जीता। जो उदयपुर व सपूर्ण भारत के लिए बहुत गर्व की बात है। उक्त एशियन चौंपियनशिप में भाग लेने के लिए भारतीय टीम का 21 सदस्यीय दल रयोंग शहर पंहुचा था। पूरे देश से इस दल में 10 पुरुष व 11 महिला खिलाड़ी शामिल थे।
एशियन चैंपियनशिप 12जून से 15जून 2025 तक थाईलैंड के रयोंग शहर में चलेगी। प्रतियोगिता के दूसरे दिन ही उदयपुर के हर्षवर्धन सिंह शक्तावत ने कायाकिंग खेल की के-4 1000 मीटर की रेस में भारतीय टीम मे अपना बहुत ही श्रेष्ट प्रदर्शन किया और भारत के लिए कास्य पदक अर्जित किया।
एशियन चैंपियनशिप की तैयारी के लिए भारतीय कायाकिंग कैनोइंग संघ द्वारा हर्षवर्धन व उनकी टीम का कोचिंग केम्प 20 मई से 8 जून तक उत्तराखंड कोटश्वर स्तिथ कायाकिंग कैनोइंग प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किया गया था। जिसमें हाई परफॉर्मेंस अकादमी में प्रशिक्षक चिंग चिंग सिंह, और महिला कोच वीरपाल सिंह, वह विदेशी कोच अलेक्सजेंडर ने टीम को प्रशिक्षित किया। हर्षवर्धन शक्तावत उदयपुर से पुरुष वर्ग मे पहला सीनियर खिलाडी है जो कायाकिंग खेल की एशियन चैंपियनशिप मे उदयपुर वह भारत के लिए पदक जीत कर उदयपुर वह भारत का मान विश्व स्तर पर बढ़ाया है।
राजस्थान कायाकिंग कैनोइंग संघ के सचिव महेश पिम्पलकर और चैयरमेन चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने बताया कि जब उन्होंने उदयपुर की फतेहसागर झील पर संचालित कायाकिंग कैनोइंग कोचिंग केंद्र पर कायाकिंग कोच निश्चय सिंह चौहान के निर्देशन मे हर्षवर्धन को इस खेल की तैयारी करते हुए देखा तब ही उसके मनोबल व तैयारी को देखते हुए उन्हें पूर्व मे ही लग गया था की इस बार भारतीय टीम मे भाग लेकर हर्ष भारत के लिए पदक जीत कर लाएगा व लेकसिटी का मान विश्व स्तर पर बढ़ाएगा।
हर्षवर्धन के प्रशिक्षक दिलीप सिंह चौहान और निश्चय सिंह चौहान ने बताया कि कयाकिंग एक ऐसा ओलिंपिक खेल है जिसमें उदयपुर वह राजस्थान के सभी खिलाड़ियों के पास आगे बढ़ने की अपार संभावना है। इसे खेल को अगर सही दिशा और संसाधन मिलें, तो उदयपुर के और भी खिलाड़ी इस खेल में विश्व स्तर पर अपना परचम लहरा सकते हैं। ओलिंपिक खेलों में कायाकिंग एक रोमांचक और चुनौतीपूर्ण खेल है। इसका विशेष महत्व और खिलाड़ियों के लिए भविष्य मंे कई संभावनाएं है उदयपुर में पारंपरिक खेलों के बाद अब जल-खेलों में जैसे कायाकिंग कैनोइंग ड्रैगन बोट जैसे खेलो मे उदयपुर के खिलाड़ियों की रुचि बढ़ रही है। कायाकिंग एक ऐसा खेल है जहाँ भारत का प्रतिनिधित्व अभी सीमित है, इसलिए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के पास मौके अधिक हैं। उदयपुर की फतेहसागर झील वाटर स्पोर्ट्स के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान है लेकिन फिर भी कायाकिंग कैनोइंग प्रशिक्षण केंद पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और खेल संसाधन न के बराबर है फिर भी यहाँ के कायाकिंग कैनोइंग,ड्रैगन बोट खिलाडी अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर हर वर्ष पदक जीत कर राजस्थान की जोली मे ड़ाल रहे है।
एशियन चौंपियनशिप मे पदक जितने के बाद हर्षवर्धन सिंह शक्तावत ने बताया कि एशियन चैंपियनशिप के बाद उनका लक्ष्य आगामी एशियन गेम्स है जिसमें वह भारतीय कायाकिंग टीम से प्रतिनिधित्व करेंगे। हर्षवर्धन का कहना है जितनी गर्मी, सर्दी,बारिश मे सुबह शाम सत्र मे उन्होंने बोट चलाने का संघर्ष किया है,मैंने राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर अनेक पदक जीते है। उदयपुर के हर्षवर्धन सिंह शक्तावत को राजस्थान कैनो स्प्रिंट चेयरमैन पियूष कच्छवाहा, राजस्थान कायाकिंग संघ के अध्यक्ष आर. के धाभाई, उपाध्यक्ष चंद्र गुप्त सिंह चौहान, संघ के उपाध्यक्ष भगवान स्वरुप वैष्णव, राजस्थान ड्रैगन बोट चौयरमेन अजय अग्रवाल, सालालोम चौयरमेन नवल सिंह चुण्डावत,कैनो पोलो चौयरमेन वीरम देव सिंह कृष्णावत,चौयरमेन तुषार मेहता, राजस्थान कायाकिंग कैनोइंग कोच निश्चय सिंह चौहान, तकिनीकी सलाहकार दीपक गुप्ता, त्रिलोक वैष्णव राजस्थान कायाकिंग कैनोइंग संघ के अधिकारियो ने एशियन चौंपियनशिप मे पदक जीतने पर बधाई दी है।