उदयपुर। वरिश्ठ नागरिक कल्याण समिति उमंग के नवें स्थापना दिवस के अवसर पर योग सेवा समिति परिसर में आयोजित २५ वां जडी-बूटी चिकित्सा षिविर अयोजित किया गया। जिसमें लुधियाना के वैद्य बी.आर.तनेजा ने शिविर में आये विभिन्न रोगियों का जडी-बूटी से ईलाज किया।
इस अवसर पर उन्हने रोगियों से कहा कि स्वस्थ रहने के लिए प्राकृतिक खाद्य वस्तुओं का ही सेवन करना चाहिये न कि फास्ट फूड का। उन्हने कहा कि सभी को प्राकृतिक गहरे रंग की सब्जियों का प्रतिदिन प्रयोग करना चाहिये क्योंकि वे स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद रहती है।
उन्हने कहा कि सूर्यादय से पूर्व उठना और रात्रि को १० बजे से पूर्व सोने की प्रवृत्ति को अपनाने से मनुश्य आजीवन स्वस्थ रहता है। तनेजा ने कहा कि तनाव एवं गुस्से के दौरान भोजन नहीं करना चाहिये क्योंकि वह भोजन भी उसी स्वभाव को हो जाता हे जो षरीर के लिए अनुकूल नहीं रहता है।
उन्हने कहा कि जितनी भूख हो उतना ही भोजन करना चाहिये। पानी भरपेट पीयें लेकिन भोजन के दौरान नहीं और हो सके जहंा तक गुनगुने पानी का प्रयोग करना चाहिये ताकि षरीर में बीमारियंा नहीं पनप सकें।
प्रारम्भ में उमंग के संस्थापक स्व. डॉ.सुन्दरलाल दक के चित्र पर मार्ल्यापण किया गया। श्रीमती प्रेम दक ने बताया कि षिविर के प्रथम दिन २३५ मरीजों न चिकित्सा का लाभ उठाया। षिविर बुधवार को भी जारी रहेगा। षिविर में गठिया, घुटना, सिरदर्द, मौसमी बीमारियों, कोलेस्ट्रोल आदि रोगों के रोगियों ने अपना उपचार कराया। षिविर में ज्ञानेन्द्र मेहता, षान्तिलाल मेहता, आर.के.जोषी, अजय दक,रोषनलाल कोठारी,प्रकाष वर्डिया सहित अनेक सदस्यों ने सहयोग किया।
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