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’खुशी’ केन्द्रों के ६४ हजार बच्चों को मिलेगी यूनिफार्म

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23 Jan 18
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’खुशी’ केन्द्रों के ६४ हजार बच्चों को मिलेगी यूनिफार्म उदयपुर हिन्दुस्तान जिंक के खुशी कार्यक्रम ने आंगनवाडी केन्द्रों के हर पहलु को छूकर जो खाका खिंचा है वो समुदाय के लिए मॉडल है और मै इसकी भूरि भूरि प्रशंसा करती हूं ये बात आयुक्त महिला एवं बाल विकास शुचि शर्मा ने मंगलवार को हिन्दुस्तान जिंक के यशद भवन सभागार में आयोजित खुशी बांटीयें कार्यक्रम के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक के खुशी कार्यक्रम से आंगनवाडियों मे नई उर्जा का संचार हुआ है एवं अब बच्चों की संख्या और उत्साह के साथ ही समुदाय का जुडाव भी देखने को मिल रहा है। वंचित बच्चों के प्रति हिन्दुस्तान जिंक के सामाजिक उत्तरदायित्व की पहल अनुकरणीय है।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा खुशी बांटीयें कार्यक्रम में खुशी परियोजना के अन्तर्गत संचालित ३०८९ आंगनवाडी खुशी केन्द्रों के ६४ हजार बच्चों को यूनिफार्म प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम में हिन्दुस्तान जिंक के ३०० कर्मचारियों ने पहल कर २ हजार यूनिफार्म का सहयोग किया है। ब्लॉक स्तर पर आगामी ३ माह में सभी बच्चों को कपडे एवं सेण्डल वितरित कर दिये जाएगें।
कार्यक्रम का शुभारंभ शुचि शर्मा, जिला कलक्टर विष्णुचरण मलिक एवं हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनिल दुग्गल ने दीप प्रज्जवलन कर किया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर मलिक ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक का यह अनूठा कार्यक्रम अपने आप में उदाहरण है क्योंकि किसी भी उद्योग का सामाजिक या सांस्कृतिक कार्यक्रम में भागीदारी हो सकती है लेकिन देश के भविष्य में निवेश अपने आप में अनोखा है जिससे कि देश की प्रगति में सहयोग मिलेगा।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनिल दुग्गल ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व के लिए हर संभंव प्रयासरत है। कंपनी के चेयरमेन श्री अनिल अग्रवाल की सोच के अनुरूप देश और समाज की नींव को मजबूत करने की ओर यह कदम सरकार के साथ मिल कर महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने हिन्दुस्तान जिंक के कर्मचारियों और उपस्थित समुदाय से आव्हान किया कि समाज के साथ जुडने के लिए वें अपना कुछ समय भी इन बच्चों को दे ताकि बदलाव में उनका सहयोग सुनिश्चित हो।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा खुशाी कार्यक्रम, सरकार के महिला एवं बाल विकास के सहयोग से ५ जिलों उदयपुर, राजसमंद, भीलवाडा, चित्तौडगढ और अजमेर की ३०८९ आंगनवाडियों में चार स्वयं सेवी संस्था अजमेर ग्रामीण विकास संस्थान, जतन संस्थान, सेवा मन्दिर एवं केयर इण्डिया द्वारा संचालित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में नया खेडा आंगनवाडी की कार्यकता विमला कपूर ने अपने अनुभव साझा करते हुए हिन्दुस्तान जिंक द्वारा खुशी परियोजना से जुडाव के बाद आंगनवाडी केन्द्र में बच्चों की उपस्थिती में सकारात्मक बदलाव और मिलने वाली सामग्री को बहुउपयोगी बताया।
हिन्दुस्तान जिंक के हेड कार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि खुशी अभियान से ग्रामीण बच्चों, खासकर कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा व पोषाहार में परिवर्तन आएगा। खुशी अभियान का लक्ष्य है कि भारत में कोई भी बच्चा कुपोशित ना रहे तथा ६ वर्ष की उम्र के सभी बच्चों को सुपोशण शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधाऐं उपलब्ध हो।
अतिथियों ने इस मौके पर खुशी बांटीयें का अनवावरण कर सांकेतिक रूप से तीन आंगनवाडी के बच्चों को यूनिफार्म दिये। कार्यक्रम में टीला खेडा और नाई गांव के खुशी केन्द्रों के बच्चों ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। नुक्कड नाटक गुरू चेला के मंचन से आंगनवडी केन्द्र में बच्चों को भेजने के प्रति जागरूकता और आंगनवाडी के लाभ के बारें में अवगत कराया। वेदांता सीएसआर हेड श्रीमती नीलिमा खेतान ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर स्मेल्टर्स पंकज कुमार, उप-प्रमुख एचआर जयीता रॉय, हेड सेफ्टी एवं सस्टेनेबिलिटी वीपी जोशी, हेड कार्पोरेट अफेयर्स पीके जैन, चीफ कॉमर्शियल ऑफिसर रामाकृष्णन काशिनाथ, सहउपाध्यक्ष एचआर संजय शर्मा सहित अधिकारी एवं १५० से अधिक आंगनवाडी कार्यकर्ता उपस्थित थे।


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