GMCH STORIES

राजस्थानी सुपर स्टार अरविन्द मचा रहे है धूम

( Read 7583 Times)

13 Nov 17
Share |
Print This Page
उदयपुर । विश्व की सबसे मीठी जुबान- मीठे संस्कार, शानदार वेशभूषा, अनुठी संसकृति शानो शौकत से सरोबार राजशाही तौर तरीकों की धरा राजस्थान- राजस्थानी के दिवाने पूरे विश्व के कोने कोने में विद्यमान है । ये दिवाने कोईर् भी मौका -दस्तूर -नहीं छोडना चाहते है यहां आने का । ये यहॉ रचजाने , बस जाने, यहॉ की फिजाओं में रमजाने में अपने आपको शौभाग्यशाली मानते है और यही कारण है कि करोडों की आमदनी को ठुकरा कर अभिनय जगत का सीतारा अरविन्द कुमार अपनी मॉयडली भाषा राजस्थान को विश्व के दूर दराज क्षेत्रों में भी स्थापित करने हेतु अपना जीवन- समय - श्रम-दौलत- कला- अभिनय-आमदनी आदि सब कुछ न्यौछावर कर अपनी जवानी कुर्बान कर चुके है। विगत १२ वर्षो से भी अधिक समय से राजस्थानी भाषा को स्थापित करने हेतु वो १० से अधिक राजस्थानी मूवी का निर्माण करने के साथ उनमें अभिनय का जलवा भी दिखा चुके है । आज वो यहॉ के सुपर स्टार के रूप में विद्यमान हो चुके है । यहॉ के दर्शक उनके दिवाने - मस्ताने है । वो उन्हें बैइन्तहा प्यार मोहब्बत करते है । वे उन्हें राजस्थानी गोविन्दा मानते है । वही उनकी अर्धागनी नीलू (भाबो) भी राजस्थानी भाषा के प्यार के चलते उनकी पत्नी बन उनके संग कंधा से कंधा मिला हर मूवी में उनके साथ अभिनेत्री के रूप में आती हैं । नारायण अग्रवाल ने बताया कि थ्री बदर्स के बैनर तले बनी राजस्थानी फिल्म पक्की हिरोगिरी पूरे राज्य में एक साथ रिलीज (प्रदर्शित ) की गई । यहॉ इसका प्रदर्शन अशोक सिनेमा हॉल में दोपहर १ बजे तथा सांय ७ बजे रियायती दरों पर किया जा रहा हैं । इसके निर्माता हितेष कुमार एवं एम.एम गुप्ता है। राजस्थानी फिल्में एवं स्थानीय कलाकारों को आमजन के समक्ष लाने के लिये पक्की हीरोगिरी का निर्माण किया गया ।
राजस्थानी भाषाा को बढावा देने हेतु प्रयासरत अनेक राजस्थानी संगठन इसे अपना पूरा समर्थन दे रहे है । हर रोज अनेक सामाजिक संगठन राजनैतिज्ञ, उद्योगपति, शिक्षण संस्थाओं के कर्ता धर्ता, पत्रकार, चैनल रिपोर्टर आदि सिनेमा हॉल आकर फिल्म के नायक अरविन्द कुमार, डायरेक्टर सुनीत कुमावत इस फिल्म से अपना डेव्यु कर रही नायिका राखी सपेरा, हेमा सपेरा एवं उपस्थित पूरी युनिट का उत्साहवर्धन कर रहे है । अनेक स्कूल एवं सामाजिक संस्थाए अभी तक सिलसिलेवार इस मूवी को देख एवं इसे सराह चुके है । युनिट भी पुनः उन स्कूलों में जाकर बच्चों के संघ ऑटोग्राफ, फोटोग्राफ दे उनका आभार जता रही है। ।
निर्देशक सुनीत कुमावत ने बताया कि फिल्म का नायक अरविन्द कुमार जो अपना सब कुछ खो देता है और उसके बाद नास्तिक बन जाता है । उसका ईश्वर से विश्वास उठ जाता है । ईश्वर का कहना है कि हम तुम्हारें कर्मो के आधार पर स्वर्ग या नर्क देंगे लेकिन नायक भगवान को चुनौती देता है कि कर्मो का हिसाब बाद में करना पहले आपकी बनाई हुई इस धरती पर एक बार मनुष्य का जीवन बिता कर दिखाओ तब हम जानेंगे कि स्वर्ग या नर्क क्या होता हैं । जहॉ पूर्व में हिन्दी में आयी ओ माई गोड फिल्म में धर्म पर कटाक्ष को दिखाया गया वही उसके विपरीत इस पक्की हिरोगिरी में धर्म के प्रति आस्था को दिखाया गया हैं । हिन्दी मूवी की तर्ज पर हिन्दी मूवी से भी शानदार इसका फिल्मांकन किया गया है । दर्शको को राजस्थानी भाषा में यह मूवी ज्यादा भा रही हैं उनका उत्साह एवं उमंग देखते ही बनता हैं । फिल्म के नायक अरविन्द कुमार ने ही इसकी पटकथा भी लिखी हैं इसके मुख्य सह निर्देशक उदयपुर के गिरश वैष्णव तथा हितेश सोलंकी है । फिल्म के कलाकारों में मुख्य नायिका भाबों फेम नीलू, अरविन्द कुमार, राजा हसन, कॉमेडी सर्कल फेम वीआईपी सुरेन्द्र पाल, हितेष कुमार तथा अर्न्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्यांगना पद्मश्री गुलाबों की नृत्यांगना सुपुत्री राखी सपेरा , हेमा सपेरा नायिका के रूप में अपना डेव्यु कर रही है । स्थानीय कलाकारों में रीना यदुवंशी, विरेन्द्र यदुवंशी, विजय सिंह पंवार, विप्रा मेहता, फतह सिंह राव, इसू वागरेचा, ममता वर्मा, हिम्मत कुमावत, अंकुर उपाध्याय, मनोज आदि ने अपनी- अपनी भूमिका के साथ पूर्ण न्याय करते हुए शानदार अभिनय किया है । फिल्म का फिल्मांकन हिन्दी मूवी की तरह ही शानदार तरीके से किया गया है जो देखते ही बनता है । मूवी देखकर निकल रहे दर्शकों की सकारात्मक प्रतिकि्रया एवं खुशी देखते ही बनती है। नारायण अग्रवाल ने बताया कि महारानी गायत्री देवी ने अपनी दत्तक पुत्री के रूप में राखी सपेरा को पेरिस से अपनी पढाई, शिक्षा दिक्षा, दिलाकर कालबेलिया समाज को एक अनोखा तोहफा दिया । अपने समाज की यह इकलौती एवं प्रथम ग्रेज्युएट युवती हे । मॉ पदमश्री गुलाबों के सुसंस्कारों की बदौलत राखी ने अपनी मॉ के अनुरूप ही ६ वर्ष की उम्र से ही नृत्यकला में पारंगत हो अनेक राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त किये है । ६ वर्ष की उम्र में पहला राष्ट्रीय राष्ट्रपति अवार्ड प्राप्त किया और पुरूस्कोरों की दुनिया में राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त राजस्थान गौरव- राजस्थान रत्न - राजस्थान स्टेट अवार्ड जैन अनेक तमगे अपने नाम किये और ये सिलसिला अभी जारी है । डेनमार्क इण्डियन एम्बेसी द्वारा उच्च पद पर जोब ऑफर को अस्वीकार कर उन्होने अपने समाज , अपने राज्य, अपने देश एवं राजस्थानी भाषा के लिये अपने आपको समर्पित कर दिया । उनकी बदौलत इनके समाज की अनेक युवतिया अब पढने लिखने की ओर आकर्षित हुई है एवं उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु प्रयासरत है। आज अशोक सिनेमा में प्रसिद्ध उद्योगपति मांगीलाल लुणावत, सुखचेन सिंह कण्डा आदि ने परिवार एवं इष्ट मित्रों सहित मूवी का महा आनन्द लिया एवं युनिट का स्वागत सत्कार किया एवं राजस्थानी भाषा को बढावा देने हेतु हर सम्भव मदद देने का आश्वासन दिया । वही अनेक राष्ट्रीय चैनल तथा स्थानीय मेवाड केबल के छोगालाल भोई ने उनका इन्टरव्यू ले कर राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थानी सिनेमा को बढावा दिया ।



Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Udaipur News , Rajasthan , Entertainment
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like