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बाल दिवस सप्ताहान्तर्गत वत्सल वार्ता एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम

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19 Nov 17
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उदयपुर.पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग तथा युनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में संचालित सुरक्षित विद्यालय एवं किशोर सशक्तिकरण कार्यक्रम उदयपुर संभाग के अर्न्तगत बाल संरक्षण सप्ताह के दौरान शनिवार को रेजीडेन्सी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में बालिकाओं के साथ वत्सल वार्ता तथा पारितोषिक वितरण कार्यक्रम का आयोजन गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, अध्यक्ष राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी व विशिष्ट अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल, युनिसेफ के राज्य स्तरीय बाल संरक्षण अधिकारी संजय कुमार निराला, प्रधानाचार्या श्रीमती उर्मिला त्रिवेदी, बाल संरक्षण सलाहकार सिन्धु बिनुजीत थे।
श्री कटारिया ने कहा कि शिक्षा विभाग तथा पुलिस विभाग बच्चों को सुरक्षित, भयमुक्त वातावरण देने के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने बताया कि बालकों के सर्वागीण विकास के लिए विभिन्न विभागों को साझा प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने बालिका शिक्षा प्रोत्साहन के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होने युनिसेफ के सहयोग से बाल संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यंदि सभी बालिकाएँ सुरक्षित तथा शिक्षित होंगी तभी एक सशक्त तथा समृद्ध समाज की कल्पना की जा सकती है।
सुरक्षा के लिए बनेगा एप
श्री कटारिया ने पुलिस विभाग के द्वारा बालिकाओं की सहायता एवं सुरक्षित माहौल के लिए एप के निर्माण होने व उसको जल्द से जल्द क्रियान्वयन की बात कही। कटारिया ने उदयपुर को सुरक्षित माहौल देने के लिए अभय कमांड क्षेत्र बनाने की भी बात कही और कहा कि बालिकाओं के संरक्षण के लिए प्रमुख चौराहों, लालबत्ती केंद्रों पर कैमरे लगवाए जा रहे हैं।
सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े-मनन
अध्यक्ष श्रीमती चतुर्वेदी ने बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनते हुए हर क्षेत्र में आगे रहकर कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमें किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार के प्रति चुप न रहते हुए चुनौतियों को डटकर मुकाबला करना होगा। श्रीमती चतुर्वेदी ने कहा कि हमे सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा ताकि हमारा भविष्य भी सुरक्षित रहे। उन्होने आयोग द्वारा मनाए जा रहे बाल दिवस सप्ताह की विस्तार से जानकारी दी। उन्होने आयोग द्वारा बाल संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताते हुए कहा कि आप सभी को बाल अधिकारों के बारे में जानकारी देने के लिए प्रत्येक विद्यालय में 100 वारियर की टीम का गठन किया जाएगा। यह बच्चों की टीम जिले में बाल अधिकारों तथा संरक्षण की दिशा में कार्य करेगी।
पोस्टर्स व बुकलेट का विमोचन
कार्यक्रम में पुलिस विभाग द्वारा राजकीय विद्यालयों में बाल संरक्षण जागरूकता आधारित पोस्टर्सं तथा छात्र कल्याण परिषद् हेतु बुकलेट का विमोचन किया गया। इनमें बाल संरक्षण एवं अधिकारों की जानकारी के साथ हेल्पलाइन नम्बर भी दिए गए है।
विद्यालयों की दीवारों पर मिलेगी बाल अधिकारों की जानकारी
श्रीमती चतुर्वेदी ने कहा कि आयोग की ओर से जल्द ही सभी जिलों राजकीय और निजी क्षेत्र की विद्यालयों की दीवारों पर 10 गुणा 10 की साइज के बाल अधिकारों की जानकारी लिखने के निर्देश दिए जाएंगे। जिससे विद्यार्थी जागरूक होकर बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई, राज्य बाल संरक्षण आयोग तक अपनी समस्याएं रखने में सक्षम बनें। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा बाल संरक्षण एवं बालकों के सर्वांगीण विकास को लेकर प्रभावी प्रयास किए जा रहे है और इसी कड़ी में बाल सप्ताह को राज्य में एक अभियान के रूप में शुरू करना ही इसका एक उदाहरण है ।
एसपी श्री गोयल ने बताया कि कार्यक्रम अर्न्तगत सभी पुलिस थानों द्वारा बीट क्षेत्र के अनुसार विद्यालयों का चयन किया गया है तथा बाल दुर्व्यवहार की घटनाओं की रिपोर्टिंग के लिए एप्लीकेशन का शुभारम्भ जल्द ही किया जाएगा। युनिसेफ के राज्य स्तरीय बाल संरक्षण अधिकारी श्री निराला ने बाल अधिकारों तथा बाल संरक्षण के बारे में बताते हुए युनिसेफ द्वारा राज्य स्तर पर बाल संरक्षण के लिए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों से मुखातिब होते हुए बाल संरक्षण के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओ एवं विभागीय कार्यों की जानकारी दी।
कार्यक्रम में बाल संरक्षण सलाहकार सिन्धु बिनुजीत ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला एवं संभाग स्तर पर की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। अतिथियों का स्वागत रेजीडेन्सी प्रधानाचार्या उर्मिला त्रिवेदी ने किया। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन शिक्षिका लावण्या शर्मा ने किया एवं आभार अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश शर्मा ने जताया।
कार्यक्रम में वृत्ताधिकारी भंवर सिंह, भूपालपुरा प्रधानाचार्या सुनीता धनकड, बाल कल्याण समिति के.के.चन्द्रवंशी, गायत्री सेवा संस्थान के शैलेन्द्र पण्डया, अभिषेक शर्मा, आकाश उपाध्याय तथा भरतलाल खोखर सहित बाल संरक्षण से जुड़े अन्य अधिकारी, विद्यालय स्टाफ एवं बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद थी।
बालिकाओं ने किए प्रश्न
कार्यक्रम में बालिकाओं ने बाल संरक्षण तथा बाल अधिकारों से संबंधित सवाल अतिथियों तथा पुलिस अधिकारियों से किए। जिनके जवाब संबंधित अधिकारियों ने देकर बालिकाओं की जिज्ञासा को शान्त किया तथा अध्यक्ष श्रीमती चतुर्वेदी ने बच्चों द्वारा बताई गई समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए।
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