मोहनलाल सुखाडया विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग और अधि६ठाता, छात्र् कल्याण द्वारा सिटी स्टोरिज उत्सव का आयोजन विश्वविद्यालय सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के सभागार में हुआ। शहर और विश्वविद्यालय में अपनी तरह का यह अनूठा व पहला उत्सव था जिसमें विद्यार्थियों के साथ-साथ शहर के लोगों की भी भागीदारी रही।
कार्यक्रम संयोजक प्रो. प्रदीप त्र्खिा ने बताया कि इस कहानी उत्सव के लिए आज से लगभग दो माह पूर्व उदयपुर शहर को केंदि्रत रखते हुए कहानियाँ आमंत्र्ति की गईं। प्राप्त कहानियों को विषय वि८ोषज्ञों से मूल्यांकित करवा कर उसमें से चयनित छः कहानियों का चयन किया गया। इन चयनित कहानीकारों को आज के उत्सव में कहानी पाठ के लिए आमंत्र्ति किया गया।
अधि६ठाता, छात्र् कल्याण प्रो. मदन सिंह राठौड ने बताया कि इस कहानी उत्सव में सेतु भटनागर की कहानी ‘द उदयपुर स्टोरी‘ ने प्रथम, गौरीकांत शर्मा की कहानी ‘गाइड वन्स अगेन’ ने द्वितीय तथा डॉ. नवीन नंदवाना की कहानी ‘भागवंती‘ व स्वरीना जैन की कहानी ‘...............‘ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर रीना जैन की कहानी को सांत्वना पुरस्कार तथा सोहनदास वै६णव की कहानी को नेरेशन केटेगरी में वि८ोष पुरस्कार दिया गया।
उत्सव की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी. शर्मा ने की। अपने उद्बोधन में प्रो. जे.पी. शर्मा ने कहा कि कहानियाँ हमें संवेदनशील बनाती है साथ ही ये हमें अपने समय व समाज की सच्चाई से रूबरू करवाती हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. शरद श्रीवास्तव ने कहा कि हम अपनी संवेदनाओं को रचनात्मक अभिव्यक्ति देते हैं तो स्वयं को भलीप्रकार से जान पाते हैं।
कार्यक्रम के विश६ट अतिथि प्रो. जी. सोरल, अधि६ठाता, विश्वविद्यालय वाणिज्य महाविद्यालय ने कहा कि कहानी लेखन व्यक्ति को संपूर्णता प्रदान करता है। कार्यक्रम के विश६ट अतिथि प्रो. सीमा मलिका, अधि६ठाता, स्नातकोत्तर अध्ययन ने कहा कि कहानियाँ हमें एक दूसरी ही दुनियाँ में ले जाती हैं। वहाँ हम संवेदनाओं से साक्षात्कार कर पाते हैं।
कार्यक्रम के अंत में आभार डॉ. मीनाक्षी जैन ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग की विद्यार्थी वैदेही और शवानी ने किया।
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