निम्बाहेडा। वंशावली संरक्षण एंव सवर्द्धन संस्थान अध्यक्ष महेंद्र सिंह राव ने कहा कि वेदों में सृष्टि का ज्ञान और विज्ञान निहित है, ऐसे में लुप्त होती वैदिक संस्कृति के संरक्षण के लिये श्री कल्लाजी वेदपीठ एंव शोध संस्थान द्वारा वैदिक विश्व विद्यालय की स्थापना करना एक अनूठी पहल है, जिसकी पूर्णता के लिये समाज के प्रत्येक वर्ग और सरकार को सहयोग करना चाहिए। राव शुक्रवार को वैदिक विश्व विद्यालय परिसर का अवलोकन कर रहे थे। उनके साथ उपखण्ड अधिकारी चम्पालाल जीनगर, प्रदेश संगठन मंत्री रणवीर सिंह राव, वंशावली लेखक प्रताप सिंह, दिलीप सिंह व राजेंद्र सिंह ने भी विश्व विद्यालय के ग्रंथागार का अवलोकन करते हुए रामसंहिता सहित अन्य ग्रंथो को विलक्षण संकलन बताते हुए आश्वस्त किया कि वे भी अपने स्तर पर इस ग्रंथागार को समृद्ध बनाने में सहयोग करेंगे। उन्होंने यज्ञ पात्रों की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि यज्ञ की पौराणिक परम्परा को जीवंत करने के लिये यह प्रयास सराहनीय है। उन्होंने पांडुलिपियों का अवलोकन करते हुए कहा कि उनके संस्थान की ओर से उनका प्रकाशन कराने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कल्याण गौशाला में गायों को हरा चारा खिलाया तथा यहां निःशुल्क आवासीय रूप से निवासरत बटुकों के वेदाध्ययन की जानकारी लेते हुए स्वती वाचन पर प्रसन्नता व्यक्त की। राव ने विश्व विद्यालय को मूर्तरूप प्रदान करने के लिये राज्य सरकार से आग्रह करने के साथ ही संस्कृत विद्यालय को क्रमोन्नत कराने तथा जन-जन के आराध्य ठाकुर श्री कल्लाजी राठौड की अधिकृत वंशावली उपलब्ध कराने का भी विश्वास दिलाया। राव एंव सदस्यों के वहा पहुंचने पर वैदपीठ की ओर से तुलसी माला, उपरना व संस्थान द्वारा प्रकाशित साहित्य भेंट कर उनका स्वागत किया गया।
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