राज्य पीसीपीएनडीटी दल का 125वां डिकाय आपरेशन

( 7594 बार पढ़ी गयी)
Published on : 20 Jul, 18 11:07

फर्जी भ्रूण लिंग जांच करते लैब संचालक व एक दलाल गिरफ्तार

(डॉ.प्रभात कुमार सिंघल) प्रदेश में राज्य पीसीपीएनडीटी दल द्वारा भ्रूण लिंग जांच एवं अवैध गर्भपात करने वालों के खिलाफ लगातार डिकाय आपरेशन कर सख्त कार्यवाहियां की जा रही हैं। बुधवार देर रात दल ने एक और सफल डिकाय कार्यवाही करते हुये फर्जी तरीके से भ्रूण लिंग परीक्षण कर ठगी करते कोटपूतली के नारेड़ा निवासी 35 वर्षीय लैब संचालक ओमप्रकाश यादव एवं हरसौरा मांजरा निवासी 38 वर्षीय दलाल सुरेन्द्र यादव को गिरफ्तार कर लिया है। उल्लेखनीय है कि राज्य दल ने अब तक 37 इंटरस्टेट सहित 125 डिकाय आपरेशन कर भ्रूण लिंग जांच एवं कोख के हत्यारों को जेल पहुंचाया है। इस कैलेंडर वर्ष की यह अब तक की 29वीं डिकाय कार्यवाही है।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन के निर्देशन में इस डिकाय कार्यवाही को अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि मुखबिर के माध्यम से सूचना मिल रही थी कि दौसा, अलवर, भरतपुर जिले में कुछ दलाल गर्भवती महिलाओं का भ्रूण लिंग जांच कराते हैं। दलालों से फोन पर बात कर सूचना सत्यापन कराया गया।
श्री जैन ने बताया कि सूचना सत्यापन के बाद डिकाय आपरेशन के लिये दल गठित किया गया। निर्धारित रणनीति के अनुसार डिकाय गर्भवती महिला व सहयोगी को तयशुदा 25 हजार की डिकाय राशि को लेकर भेजा गया। दलाल सुरेन्द्र ने बुधवार को डिकाय गर्भवती महिला व सहयोगी को दौसा के कलक्ट्री सर्किल पर बुलाया। वहां से वाहन से दलाल डिकाय गर्भवती व सहयोगी को लेकर शाम को कोटपूतली के नारेड़ा पहुंचे।
उन्होंने ने बताया कि नारेडा में दलाल सुरेन्द्र वहीं पर नीलकण्ठ लैब पर ले गया। वहां देर रात लैब टेक्नीशियन ओमप्रकाश ने कमरे में अंधेरा कर जैल लगाकर डिब्बीनुमा वस्तु से गर्भवती महिला की जांच कर मनगढंत रूप से भ्रूण लिंग की जानकारी। इशारा मिलते ही टीम ने दोनों दलालों को गिरफ्तार करते हुये, जैल, डिब्बीनुमा वस्तु एवं जांच की एवज में लिये गये राशि के हू-ब-हू नोट भी बरामद कर लिये हैं।
जैन ने बताया कि बेरोजगार और मेडिकल क्षेत्र से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े कुछ लोग दलालों के माध्यम से फर्जी तरीके से भ्रूण लिंग जांच कराने का नेटवर्क बनाकर गर्भवती और परिवार को वेबकूफ बनाकर ठगी करते हैं। समाज में बेटे को प्राथमिकता की संकीर्ण और घृणित सोच ही इस व्यापार का सबसे मजबूत आधार है। अनेकों बार यह भी देखने को मिलता है कि भ्रूण लिंग जांच की ठगी करते हुये भ्रूण को गिरा दिया जाता है। जांच में पता चला है कि इस मामले में भी दलाल सुरेद्र का राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, दौसा सहित हरियाणा के कुछ जिलों में भी नेटवर्क फैला हुआ था। अब तक उसने करीब 40 से अधिक मामले फर्जी भ्रूण लिंग जांच करवायी है। उन्होंने आमजन से अपील की कि बेटियां अनमोल तो हैं, बेटियों को जन्म लेने दें।
इस डिकाय कार्यवाही में सीआई श्री अरुण, श्री हरिनारायण, कांस्टेबल लालूराम, पीसीपीएनडीटी समन्वयक जयपुर प्रथम श्रीमती बबीता चौधरी, जयपुर द्वितीय की श्रीमती श्रीमती मनीषा शर्मा, दौसा के श्री मुनीन्द्र शर्मा, अलवर के श्री गफ्फूर खान एवं भरतपुर के श्री प्रवीण कुमार शामिल थे।
साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.