बारां फ्लड मिटीगेशन स्कीम योजना

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Published on : 20 Jul, 18 11:07

बारांवासियों को बाढ़ से मिलेगी राहत

कोटा(डॉ,प्रभात कुमार सिंघल)| बारां शहर को बाढ़ से मुक्त करने के उद्देश्य से बारां फ्लड मिटीगेशन स्कीम के तहत महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा कर लिया गया है। योजना के तहत 11 पैकेज में कार्याें को सम्मिलित किया गया था, जिनमे से 7 पैकेज का कार्य पूर्ण हो चुका है अन्य 4 पैकेज पर कार्य प्रगतिरत है। इस महत्वपूर्ण योजना के पूर्ण होने पर बाढ़ की विभिषिका से पूर्णतया मुक्ति मिल जाएगी।
कलक्टर डॉ. एस.पी. सिंह के अनुसार बारांवासियों को बाढ़ से राहत दिलवाने हेतु बारां फ्लड मिटीगेशन स्कीम की घोषणा मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा की गई थी और योजना के तहत 15072.01 लाख रूपये की प्रशासनिक व वित्तिय स्वीकृति जारी की गई थी। वर्तमान में इस योजना के का कार्य लगभग पूर्णता की ओर है। उच्च न्यायालय में स्टे होने के कारण फोरेस्ट नाले के 585 मीटर की लम्बाई में कार्य नही हो पा रहा है, कोर्ट से स्टे खारिज होने पर शेष ही कार्य पूर्ण किया जा सकेगा।
जल संसाधन विभाग के अधिषाषी अभियन्ता सत्येन्द्र पारीक के अनुसार बारां शहर बाढ़ बचाव योजना के तहत 11 पैकेज में कार्य करवाया जा रहा है जिसमें से 7 पैकेज का कार्य पूर्ण हो चुका है। इन 7 पैकेज के तहत नलका नाले की रि-ग्रेडिंग व रि-सेक्षनिंग का कार्य, फोरेस्ट नाले की रि-सेक्षनिंग एवं लाईनिंग का कार्य, बाणगंगा नाले की रि-ग्रेडिंग व रि-सेक्षनिंग का कार्य, पाठेड़ा नाले की चेन 0 से 100 तक रि-ग्रेडिंग व रि-सेक्षनिंग का कार्य, रामनगर नाले पर कन्स्ट्रक्षन ऑफ बैरल का कार्य, विभिन्न पुलियाओं के निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 3 पैकेज के तहत रॉक कटिंग का कार्य प्रगतिरत जल संसाधन विभाग के अनुसार योजना के तहत 3 पैकेज में रॉक कटिंग का कार्य प्रगतिरत है जिसके तहत रॉक कटिंग व बेड में फिनिशीग का कार्य सितम्बर 2018 तक पूर्ण किया जाना है। इसके तहत बाणगंगा नाले की चैन 0 से 150 तक 100 से 220 तक एवं 220 से 250 तक रि-ग्रेडिंग एवं रि-सेक्षनिंग का कार्य किया जा रहा है।
डायवर्जन चैनल का कार्य
बारां शहर बाढ़ बचाव योजना के तहत जल संसाधन विभाग द्वारा 11वें पैकेज के तहत कन्स्ट्रक्षन ऑफ डायवर्जन चैनल ऑफ फोरेस्ट नाला का कार्य किया जा रहा है जिसके तहत 730 मीटर लम्बाई में मण्डी प्रांगण में आरसीसी बैरल का निर्माण किया जाना है जिसमे से लगभग 645 मीटर में कार्य पूर्ण किया जा चुका है शेष 85 मीटर में बैरल निर्माण का कार्य प्रगति पर है। डायवर्जन चैनल में आरसीसी बैरल निर्माण के अतिरिक्त 1870 मीटर लम्बाई में ओपन चैनल का निर्माण भी किया जाना है जिसमें से 1025 मीटर का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा 845 मीटर में कार्य प्रगतिरत है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार डायवर्जन चैनल का कार्य उच्च न्यायालय में वादी प्रेमबाई एवं वेदप्रकाष द्वारा वाद संख्या 14242/2016 एवं 64/2013 से स्टे बेदखली पर होने के कारण 585 मीटर लम्बाई में कार्य नही हो पा रहा है। उक्त स्टे खारिज होने पर आरसीसी बैरल का शेष 85 मीटर का फोरेस्ट नाले से जोड़ने वाली रीच का कार्य सम्पादित करवाया जा सकेगा।

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