रामचरित मानस प्रेरणास्पद

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Published on : 18 Jul, 18 16:07

उदयपुर । समाज को सकारात्मक बनाना है तो अच्छाई को फैलाएं, बुरे का चितन न करें। अच्छे लोगों का यह नैतिक दायित्व है कि वे समाज को दिशा एवं ऊर्जा प्रदान करें। रामचरित मानस एक समग्र एवं संपूर्ण ग्रंथ है। इस ग्रंथ में धार्मिक विचार धारा के साथ-साथ समाज में सत्य तथा उसके प्रति समर्पण का संदेश है।
यह बात नारायण सेवा संस्थान के लियों का गुडा स्थित सेवामहातीर्थ, बडी में आयोजित श्रीराम -कृष्ण अवतार कथा एवं ’अपनों से अपनी बात’ कार्यक्रम में संस्थान संस्थापक कैलाश ’मानव‘ ने कही। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस में त्याग, बंधुत्व और साहस की जो सूक्ष्म विवचेना की गई है, वह न केवल हम सबके लिए प्रेरणादायी है बल्कि सर्वकालीक प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि योग, प्राणायाम, भगवत पूजा जैसे कार्य मनुष्य को सकारात्मक ऊर्जा देते हैं तथा उसके सांसारिक जीवन को सफल भी बनाते हैं। मानव जीवन की सफलता इसी में है कि हम परमात्मा को समर्पित हो तथा तन-मन-धन से समाजसेवा करते हुए अच्छे कार्यों में लगे रहें। संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कथा का सीधा प्रसारण आस्था चैनल पर हुआ।संचालन ओमपाल सीलन ने किया।

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