भगवान जगन्नाथ की आरती के लिये सितारे उतरे जमीन पर

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Published on : 16 Jul, 18 12:07

नंदीघोश पर आरूढ़ होकर भक्तों को दर्षन देने निकले भगवान जगन्नाथ

भगवान जगन्नाथ की आरती के लिये सितारे उतरे जमीन पर उदयपुर। भगवान जगन्नाथ की आरती के लिये मानो सितारे जमीन पर उतर आये हो ऐसा ही अद्भूत नजारा था आलोक संस्थान, जगन्नाथ रथ यात्रा समिति, बापू बाजार व्यापार संघ, नगर निगम उदयपुर एवं सर्व समाज, संगठन द्वारा बापू बाजार में आयोजित भव्य महाआरती का।
महाआरती संयोजक डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि आज बापू बाजार में भव्य महा आरती आटे के दीपों से की गयी। आरती के लिये आलोक संस्थान एवं सर्व समाज, संगठनों के कार्यकर्त्ताओं ने अलग-अलग काउन्टर पर खड़े होकर दीपक वितरण कार्य सम्पन्न किया। आटे के दीपक भी विभिन्न जाति-समाज के लोग भी लेकर आये थे। इस प्रकार अधिक आटे व घी के दीपक आरती में सम्मिलित हुये जिनसे आगे खड़े लोगों ने आरती की। 101 किलो गुलाब की पत्तियों से भव्य स्वागत और अभिनंदन किया गयज्ञं महाआरती के लिये 21 टेबल पर प्रत्येक टेबल पर 1500 आटे के दीपक विभिन्न परिवारों से तथा आलोक संस्थान के कार्यकर्त्ताओं ने बनाकर तैयार किये है वो रखे गये। आमजन भी अपने घर से दीपक बनाकर लाये।
इस अवसर पर विषेश नियंत्रण मंच के अलावा स्थानीय कलाकारों द्वारा तैयार की गयी मल्टीट्रेक रिकोर्डिंग ऊँ जय जगदीष हरे..... आरती के दौरान आरती चलाई गयी जिसने एक अनुपम नजारा प्रस्तुत किया। भगवान जगन्नाथ के स्वागत में मानो आसमान से सितारे जमीन पर उतर आए हो ऐसा अद्भूत दृष्य बापू बाजार में था।
सात स्थानों पर हुई विभिन्न प्रहर और दर्षनों की आरती
प्रथम आरती जगन्नाथ धाम सेक्टर-7 से प्रातः 11 बजे यात्रा प्रारम्भ हुई तब हुई। दूसरी भोग आरती जड़ाव नर्सरी, सवीना चौराहें पर, तीसरी श्रृंगार आरती रेती स्टेण्ड पर, चौथी षौर्य आरती किषनपोल पर, पांचवी महाआरती बापू बाजार में, छठी बहुड़ा आरती पानेरियों की मादड़ी हिन्दू राज तिराहे पर, सातवीं षयन आरती जगन्नाथ धाम सेक्टर-7 में हुई।
नंदीघोश पर आरूढ़ होकर भक्तों को दर्षन देने निकले भगवान जगन्नाथ
महाआरती से पूर्व प्रातः 11 बजे जगन्नाथ धाम सेक्टर-7 से भगवान जगन्नाथ नव निर्मित रथ नन्दीघोश पर आरूढ़ होकर भक्तों को दर्षन देने नगर भ्रमण पर निकले। रथ यात्रा का षुभारम्भ पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल, डॉ. प्रदीप कुमावत, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, दिनेष भट्ट, प्रेमसिंह षक्तावत, तेजसिंह बांसी, भूपेन्द्रसिंह भाटी, षिवसिंह सोलंकी, दिनेष मकवाना, कमलेन्द्रसिंह पंवार सहित गणमान्य नागरिकों ने षंख चूड रस्सी खींचकर, चांदी के झाडू से मार्जन कर किया।
जगन्नाथ धाम सेक्टर-7 से 12वीं रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, सुभद्राजी, बलभद्र जी एवं सुदर्षन जी की मंदिर में प्रतिश्ठित महादारू (काश्ट) की प्रतिमाएं रथ में आरूढ़ होकर नगर भ्रमण पर निकली। इस रथ यात्रा ने सर्वधर्म सम्भाव व “सर्वे भवन्तु सुखीना” के ध्येय वाक्य के साथ सामाजिक समरसता व समस्वरता का संदेष दिया। नवनिर्मित रथ नंदी घोश को जो आसाम से मंगाई गई लकड़ी द्वारा सागवान की लकड़ी द्वारा निर्मित किया गया है। रथ यात्रा जगन्नाथ धाम सेक्टर-7 मंदिर प्रांगण से प्रातः 11 बजे प्रारम्भ होकर जड़ाव नर्सरी, सवीना चौराहा, फल सब्जी मण्डी, रेती स्टेण्ड, षिव मंदिर माछला मगरा, पटेल सर्कल, किषनपोल, रंगनिवास, भट्यिनी चौहटा, जगदीष चौक से मूल जगन्नाथ रथयात्रा में सम्मिलति होते हुये संतोशी माता मंदिर, देहली गेट, बापू बाजार, जे.एम.बी. से कमलावाड़ी, उदियापोल से पुलिस लाईन रोड़, टेकरी मादड़ी रोड़, हिन्दू राज तिराहा, पुलिस थाना सेक्टर-6 होकर पुनः जगन्नाथ धाम सेक्टर-7 पहुँचेगी।
जय श्रीराम जय श्री कृश्ण सेवा समिति, बजरंग सेना (मेवाड़), झुलेलाल सेवा समिति, पूज्य सिंधी पंचायत हिरण मगरी, सेक्टर 3 से 8 व 11 से 13, मेवाड़ क्षत्रिय महासभा, सविना मित्र मण्डल, कृशि मण्डी, पूज्य पंचायत कृशि मण्डी, अखिल भारतीय राजपूत महासभा, माछला मगरा विकास समिति, माछला मगरा मंदिर समिति, किषनपोल नवयुवक मण्डल, नारायण सेवा संस्थान, मेनारिया समाज एवं उत्कल समाज, हरे रामा हरे कृश्णा, धर्मात्सव समिति मेवाड़, हिन्दू राज मेवाड़, कुंवर कल्ला जी सेवा समिति सहित विभिन्न समाजों, संगठनों द्वारा जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया।
मिसाल-बेमिसाल
जगन्नाथ जी ने किया सेक्टर-7 के अण्डर ब्रिज का षुभारम्भ
डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि चिरवा की लालन की तर्ज पर भगवान जगन्नाथ, सुभद्राजी, बलभद्र जी एवं सुदर्षन ने सेक्टर-7 के अण्डर ब्रिज का विधिवत उद्घाटन केसरिया पट्टे को खोलकर किया वहीं महिला षक्ति के रूप में पांच वर्शीय कन्या से मोलीबंधन व केसरिया पट्टे को खोलकर रेलवे अण्डर ब्रिज का उद्घाटन किया गया। वही हाइटेक रथ की गुम्बज को इधर से उठाकर पुल के उस ओर करने के मंजर का भी लोगों ने आनन्द लिया। 21 फीट के रथ को पुलिया के नीचे से ले जाने में क्रेन का सहारा लेना पड़ा।

भगवान जगन्नाथ का रथ जब सेक्टर-7 स्थित अंडरपास पुलिया से पहली बार निकला तो वहाँ तिलक लगाकर, नारियल फोड़कर भगवान जगन्नाथ के सुदर्षन को उस पुलिया से स्पर्ष करा कर विधिवत उद्वघाटन किया गया। लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखकर सहमति बनाते हुये इस अंडरपास पुलिया का नाम जगन्नाथ अंडर पास रखा गया है।

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