माउंट एवरेस्ट कचरे के ढेर में तब्दील होता जा रहा है

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Published on : 18 Jun, 18 16:06

दशकों के व्यावसायिक पर्वतारोहण से दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर जाने वाले धनी पर्वतारोहियों की संख्या में इजाफा हो रहा है जो वहां के पर्यावरण का कोई लिहाज नहीं रख रहे हैं। लिहाजा माउंट एवरेस्ट कचरे के ढेर में तब्दील होता जा रहा है। माउंट एवरेस्ट के 8,848 मीटर लंबे मार्ग में पर्वतारोही अपने टेंट, बेकार हो चुके उपकरण, खाली गैस सिलिंडर और यहां तक कि मानवीय अपशिष्ट भी छोड़ आते हैं। 18 बार एवरेस्ट की चढाई करनेवाले पेम्बा दोरजे शेरपा ने कहा, यह बहुत बुरा है। आंखों में चुभता है।पहाड़ पर टनों की मात्रा में कचरे पड़े हैं। एवरेस्ट पर चढने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इस साल कम से कम 600 लोग अब तक चोटी तक पहुंच चुके हैं। इससे समस्या और भी बिगड़ रही है।इसके साथ ही नियंतण्र तापमान में बढोतरी से पिघल रहे हिमनदों के साथ - साथ ये कचरे भी उभर का आ रहे हैं। बेशक, कचरे कम करने के प्रयास किए गए हैं। पांच साल पहले नेपाल ने नियम बनाया था कि पर्वत पर चढने वाली प्रत्येक टीम को करीब ढाई लाख रुपये जमा करने होंगे। जो पर्वतारोही अपने साथ कम से कम आठ किलोग्राम कचरा लाएगा, उसे यह राशि वापस कर दी जाएगी।
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