विल्फुल डिफाल्टर पर पड़ा पंजाब नेशनल बैंक का संकट

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Published on : 18 Jun, 18 15:06

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के जानबूझ कर का कर्ज न चुकाने वाले (विल्फुल डिफाल्टर) बड़े कर्जदारों पर बकाया मई अंत तक बढ़कर 15,490 करोड़ रपए पर पहुंच गया। यह इससे पिछले महीने की तुलना में दो फीसद अधिक है।इसमें वे कर्जदार शामिल हैं जिन पर बैंक का बकाया 25 लाख रपए या उससे अधिक का है। सार्वजनिक क्षेत्र के पीएनबी के आंकड़ों में उन जानबूझ कर कर्ज न चुकाने वालों का आंकड़ा शामिल है जो क्षमता होने के बावजूद अपना कर्ज नहीं चुका रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार इस साल 30 अप्रैल के अंत तक इन कर्जदारों पर 15,199.57 करोड़ रपए का बकाया था। मार्च, 2018 को समाप्त वित्त वर्ष में बैंक के बही खाते में बड़े कर्जदारों की बकाया राशि 15,171.91 करोड़ रपए था। वित्त वर्ष 2017-18 में पीएनबी का एकल शुद्ध घाटा 12,282.82 करोड़ रपए था। इससे पिछले वित्त वर्ष में बैंक ने 1,324.80 करोड़ रपए का मुनाफा कमाया था।पीएनबी के बड़े डिफाल्टरों में कुडोस केमी (1,301.82 करोड़ रपए), किंगफिशर एयरलाइंस (597.44 करोड़ रपए), बीबीएफ इंडस्ट्रीज (100.99 करोड़ रपए), आईसीएसए (इंडिया) (134.76 करोड़ रपए), अर¨वद रेमेडीज (158.16 करोड़ रपए) और इंदु प्रोजेक्ट्स (102.83 करोड़ रपए) शामिल हैं। इसके अलावा जस इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड पावर पर 410.96 करोड़ रपए, वीएमसी सिस्टम्स पर 296.8 करोड़ रपए , एमबीएस ज्वेलर्स पर 266.17 करोड़ रपए और तुलसी एक्सट्रूशन पर 175.41 करोड़ रपए का बकाया है।

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