आध्यात्मिक कल्याण पदयात्रा में उमडा श्रृद्धा का ज्वार

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Published on : 18 Jun, 18 09:06

शौर्य और भक्ति की धरा पर गूंजे कल्याण के जयकारें

आध्यात्मिक कल्याण पदयात्रा में उमडा श्रृद्धा का ज्वार एकादश कल्याण महाकुम्भ के उपलक्ष्य में ज्येष्ठ शुक्ला अष्टमी रविवार को वेद पीठ से दुर्ग स्थित कल्ला जी की छतरी तक विशाल आध्यात्मिक जन जागरण कल्याण पदयात्रा में प्रचण्ड गर्मी के बावजूद श्रृद्धा का ऐसा ज्वार उमडा कि पदयात्राओं के नाम इसने इतिहास रच दिया। पिछले दिनों से पड रही भीषण गर्मी के कारण पदयात्रियों ने मध्यरात्रि को ही अपने आराध्य के दर्शन कर ठाकुर जी की छतरी तले दुर्ग के लिये कूच किया। जिसमें कल्याण भक्त अपने आराध्य के प्रति दृढ आस्था रखते हुए हजारों की तादाद में लोगों ने लगभग ३५ किलोमीटर की यात्रा के बाद भी ठाकुर श्री के दर्शन कर स्वंय को धन्य महसूस कर रहे थे। पदयात्रा का पहला जत्था प्रातः ६ बजे ही चित्तौडगढ पहुंच चुका था जबकि उसका अंतिम छोर निम्बाहेडा से कुछ दूरी पर था। पदयात्रा में कल्याण नगरी, आस पास के कई गांवो तथा कोटा, झालावाड, जयपुर, इंदौर, जोधपुर, पाली, भीलवाडा, नीमच, मनासा, मद्रास, सहित दूरदराज के क्षेत्रों के कल्याण भक्तों के साथ ही मार्ग के लगभग सभी गांवों से हजारों पदयात्री शामिल हुए। जिनके नेहरू गार्डन पहुचंने पर अल्पाहार के पश्चात यहां से बैंड बाजों, ढोल नंगाडो, डी जे साउण्ड के साथ शोभायात्रा रवाना हुई जो रेल्वे ऑवर ब्रिज, कलेक्ट्रेट चौराहा, रोडवेज बस स्टैण्ड, सुभाष चौक, गोल प्याउ, सदर बाजार, मिठाई बाजार, पाडनपोल होते हुए दुर्ग मार्ग स्थित ठाकुर श्री कल्लाजी की छतरी पर दर्शन के साथ ही सम्पन्न हो गई।
सुंदर अद्भुत व अकल्पनीय रही यात्रा
ज्येष्ठ मास की भीषण गर्मी के दौर में कल्याण भक्तो की आध्यात्मिक पदयात्रा के सम्बन्ध में कई जनप्रतिनिधियों और शहरवासियों ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि वास्तव में यह पदयात्रा सुंदर, अद्भुत व अकल्पनीय कही जा सकती है जिसमें समाज के प्रत्येक आयुवर्ग के लोग पूरी श्रृद्धा और उत्साह के साथ गर्मी की परवाह किये बगेर अपने आराध्य के दर्शनों के लिये पहुंचे है। ३५ किलोमीटर की थकान भरी यात्रा के बावजूद सभी के चेहरों पर खुशी और श्रृद्धा ने उनकी अपने आराध्य के प्रति आगाध आस्था को प्रकट किया है। एक अधिकारी ने कहा कि ईश्वरीय कृपा के बिना इतने लोगों का पदयात्रा में जुडाव सम्भव नहीं है जबकि इस यात्रा में कोई संत महंत मठाधीश या महामंडलेश्वर नहीं होते है कवल ठाकुर जी ही समस्त भक्तों के आराध्य के रूप में उन्हें यहा लेकर आते है।
दुर्ग राज का चरण पूजन
वेदपीठ की ओर से आयोजित पदयात्रा में भाग लेने वाले श्रृद्धालुओं द्वारा विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक चित्तौडगढ दुर्ग के प्रथम प्रवेश द्वार पाडनपोल पर दुर्ग राज के चरण पूजन कर मेवाड की आन बान और शान के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले वीर एवं वीरांगनाओं को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पुष्पांजली अर्पित की गई, इस दौरान ठाकुर श्री कल्लाजी के गगन भेदी उद्घोष से समूचा वातावरण कल्याणमय हो गया।
मार्ग में जगह-जगह हुआ स्वागत
वेदपीठ के प्रवक्ता ने बताया कि जय सिंघवी, कैलाश खटीक, छप्पनयां भैरू सेवा समिति, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष उदयलाल आंजना, पूर्व विधायक अशोक नवलखा, शुभम ट्रेडर्स, अम्बामाता सेवा समिति, नाकोडा रेस्टोरेंट, राजपूत करणी सेना, कासट परिवार, बजरंग एंव श्याम मित्र मण्डल, माहेश्वरी समाज शम्भुपुरा, लक्ष्मीपुरा, मांगरोल, भावलिया, रावलिया, सतखण्डा, हनुमान मंदिर समिति, अरनिया पंथ में मिट्ठूलाल जाट, रतनलाल शर्मा, भैरूलाल जाट, जालमपुरा में नगजीराम जाट व अन्य गा्रमीणों के साथ ही ओछडी सरपंच दिग्विजय सिंह, अधिवक्ता कमलेश, पूर्व पालिकाध्यक्ष महेश ईनाणी, कोठारी परिवार, बैरागी परिवार, भाटिया एण्ड कम्पनी, हुण्डई शौरूम, कृषि उपज मण्डी समिति के अलावा रेल्वे स्टेशन, न्यायिक कर्मचारी, जिला कांगेस कार्यालय के बाहर जिलाध्यक्ष मांगीलाल धाकड, दिलीप नेभनानी, सहित अन्य कार्यकर्ताओं, नेहरू उद्यान तक विभिन्न धार्मिक एंव सामाजिक संगठनों द्वारा पदयात्रियों का स्वागत एंव ठाकुर जी पूजा अर्चना कर अगवानी की गई। यहा उपसभापति भरत जागेटिया, पार्षद शेलेंद्र झंवर, अनिल ईनाणी, अर्जुन मूंदडा, न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्योति के सोनी, तिवारी, सोनी एवं कोठारी परिवार ने पूजा अर्चना की। नेहरू उद्यान से मार्ग में अभिभाषक संघ, अधिवक्ता परिषद, काली कल्याणधाम महंत शांतिलाल शर्मा, सोमानी परिवार, महेश्वरी महासभा जिलाध्यक्ष अशोक काबरा, तैलिक साहू समाज, सेन समाज, विनायक होटल, भारत विकास परिषद, विश्व कर्मा भवन निर्माण समिति, अम्बिका ज्वेलर्स, रामचंद्र तिवारी, राजस्थान ब्राह्मण महासभा, अरबन बैंक, गुर्जर गोड ब्राह्मण महासभा, भगवान लाल तडबा, शशी रंजन तिवारी, कृष्ण गोपाल सोनी, महेश्वरी नवयुवक मण्डल, राजस्थान पेंशनर समाज, वरिष्ठ नागरिक मंच, सहित विभिन्न धार्मिक एंव सामाजिक संगठनों द्वारा पदयात्रियों के स्वागत सत्कार किया गया। शोभायात्रा में ठाकुर जी का सुज्जित रथ, मालवीय ढोल, बैंड, डी जे साउण्ड, वीर एंव वीरांगना वाहिनी के बालक-बालिकाएं, शक्ति ग्रुप की बालिकाएं, कृष्णा शक्ति दल की माता बहने, रेबारी समाज के श्रृद्धालु नर-नारी, वेदपीठ के बटुक आचार्य एंव बडी संख्या में दूर-दूर से आये कल्याण भक्त शामिल हुए।
ठाकुर पूजा
वेदपीठ की ओर से दुर्ग मार्ग स्थित कल्लाजी एंव जयमल जी की छतरी पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजा अर्चना की गई। इससे पूर्व रात भर ठाकुर श्री कल्लाजी का महारूद्राभिषेक किया गया वहीं पदयात्रियों के साथ आये ठाकुर जी के रथ की महंत प्रेम शंकर शर्मा, पूजारी सत्यनारायण वैष्णव एंव सैकडो कल्याण भक्तों ने रथ में विराजित ठाकुर जी के चल विग्रह की पूजा अर्चना की गई।
यात्रा की सफलता में रहा अनुकरणीय योगदान
आध्यात्कि कल्याण पदयात्रा में गतवर्ष के मुकाबले डेढ गुने से अधिक भक्तों के शामिल होने के दौरान जिला एंव पुलिस प्रशासन, चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद, आयुर्वेद विभाग सहित कई संस्थाओं द्वारा अनुकरणीय योगदान देकर पदयात्रियों को पग-पग पर शीतल पेयजल सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई। जिससे पदयात्री भी अपने स्वागत से अभिभूत रहे। इस व्यवस्थाओं के लिये वेदपीठ की ओर से प्रत्यक्ष एंव अप्रत्यक्ष रूप से सभी सहयोग करने वालों के प्रति आत्मिक आभार प्रकट किया गया है।


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