आठ दिवसीय धार्मिक शिविर का शुभारंभ

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Published on : 04 Jun, 18 16:06

प्रतापगढ़ | सुधर्म सेवा संस्थान ट्रस्ट इंदौर और मैना देवी शोभागमल हड़पावत ट्रस्ट प्रतापगढ़ के सहयोग से वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ ने आठ दिवसीय धार्मिक शिविर का शुभारंभ रविवार को किया। धार्मिक शिविर श्रमण संघ के उप प्रवर्तक गुरुदेव अक्षय ऋषि और अमृत ऋषि महाराज के सानिध्य में शुरू हुआ। इस दौरान धर्मसभा में अक्षय ऋषि महाराज कहा कि आज बच्चों को संपत्ति नहीं संस्कार देने की आवश्यकता है। वर्तमान में टेलीविजन, मोबाइल और अन्य साधनों से बालक, बालिकाओं को भ्रमित करने का षडयंत्र चल रहा है। किस प्रकार भारतीय संस्कृति का ह्रास हो, भारतीय बच्चे कु संस्कारी हों, इसमें कई संगठन लगे हुए हैं। बचपन में दिए गए संस्कार स्थाई रहते है। कुंभकार भी गीली मिट्टी से ही बर्तन बनाता है। पक्के घड़े पर मिट्टी नहीं लगती। इसी प्रकार बड़ों में संस्कार मुश्किल से आते हैं। जैन कुल में पैदा होने के बाद अगर कोई व्यक्ति गलत कार्य करता है तो पूरा जैन समाज बदनाम होता है। गलत कार्य नहीं करें, मधुर शब्दों का प्रयोग करें, गलती होने पर उसे स्वीकार करें। इस दौरान नवकार महामंत्र में जिन श्रावक और श्राविकाओं ने 31 या उससे अधिक आराधकों के कूपन काटने वाले विशाल हड़पावत को जिन शासक प्रभावक और नवरत्न परिवार के अरिहंत सेठिया, शैलेंद्र लूणीवार, सीमा जारोली, शरद तडवेचा, संतोष दाणी को नवकार आराधक से अलंकृत कर बहुमान पत्र देकर अभिनंदन किया। नवकार महामंत्र में भाग लेने वाले आराधकों के लक्की ड्रा में 21 विजेताओं को चांदी के सिक्के दिए गए। सामयिक साधना का लाभ मोहनलाल अरिहंत सेठिया परिवार ने लिया और प्रभावना वितरित की।
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