देश की तुलना में ज्यादा संवैधानिक एवं धार्मिक सुरक्षा

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Published on : 25 May, 18 13:05

द नई दिल्ली । दिल्ली के आर्चबिशप अनिल क्यूटो की एक हालिया टिप्पणी को लेकर खड़े हुए राजनीतिक बवाल के बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बृहस्पतिवार को कहा कि धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द और सहिष्णुता भारत के डीएनए में है और अल्पसंख्यकों को भारत में दुनिया के किसी भी देश की तुलना में ज्यादा संवैधानिक एवं धार्मिक सुरक्षा प्राप्त है।ईसाई समुदाय से जुड़े संगठन ‘‘डायोसिस ऑफ डेल्ही-र्चच ऑफ नार्थ इंडिया’ के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद नकवी ने कहा, नरेंद्र मोदी की सरकार बिना किसी भेदभाव के ’सबका साथ, सबका विकास’ और ’सम्मान के साथ सशक्तिकरण’ के संकल्प को पूरा करने के लिए ईमानदारी के साथ काम कर रही है।उन्होंने कहा, हमारी सरकार सभी संवैधानिक संस्थाओं, लोकतान्त्रिक मूल्यों, धार्मिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हमें उन ताकतों से होशियार रहना होगा जो राजनीतिक पूर्वाग्रह एवं निहित स्वार्थ के लिए प्रगति एवं विकास के सकारात्मक माहौल को खराब करना चाहती हैं। नकवी ने कहा, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता भारत के डीएनए में है और अल्पसंख्यकों को भारत में दुनिया के किसी भी देश की तुलना में ज्यादा संवैधानिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक सुरक्षा प्राप्त है।मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब दिल्ली के आर्चबिशप अनिल क्यूटो की एक हालिया टिप्पणी को लेकर राजनीतिक बवाल उठ खड़ा हुआ है। क्यूटो ने 12 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनावों से कुछ दिनों पहले दिल्ली में अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले सभी चर्चों के पादरियों और धार्मिक संस्थानों को एक पत्र लिखा था तथा 2019 के आम चुनावों के मद्देनजर प्रार्थना अभियान चलाने की अपील की।
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