घरों में फ्री बटेगें ओआरएस व जिंक टेबलेट

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Published on : 25 May, 18 11:05

गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा 28 मई से

कोटा । पांच साल तक के बच्चों को दस्त एवं डायरिया रोग से बचाव और इसके कारण होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने के लिए चिकित्सा विभाग 28 मई से 9 जून तक ‘गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा‘‘ मनाएगा। इस दौरान क्षेत्र की आशा सहयोगिनियां अपने साथ ओ.आर.एस. के पैकेट और जिंक की गोलियां लेकर घर-घर दस्तक देगीं तथा जिन घरों में पांच साल तक के बच्चे मिलेगें वहां उनके माता-पिता एवं अभिभावकों को ओआरएस के पैकेट निःशुल्क बांटे जाएगें ताकि बच्चों को दस्त रोग के समय इसका घोल बनाकर पिलाया जा सके। साथ ही जिन घरों में बच्चे दस्त रोग से ग्रसित पाए जाएगें उन घरों में ओ.आर.एस के साथ जिंक की गोलियां भी वितरित की जाएगी। इस दौरान ओआरएस का घोल तैयार करने और हाथों को सही तरह से धोने की विधी व साफ-सफाई और स्वच्छता का ध्यान रखने के बारे में भी बताया जाएगा। इसके अलावा सभी चिकित्सा संस्थानों में ओरआएस एवं जिंक कॉर्नर की स्थापना की जाएगी। इनका शुभारंभ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से करवाया जाएगा। साथ ही ओ.पी.डी.-आई.पी.डी. में उपचार सेवाओं की व्यवस्था भी रहेगी।
सीएमएचओ डॉ आरके लवानिया ने बताया कि गर्मी व मानसून के दौरान बच्चों में दस्त रोग होने की संभावना प्रबल होती है। इसके चलते दस्त से बचाव और उपचार के बारे में जनसमुदाय में जागरूकता फैलाना जरूरी है। उन्होने बताया कि देश में बाल्यकाल में 10 फीसदी बच्चों की मौत दस्त रोग के कारण ही हो जाती है। दस्त एवं उसके कारण होने वाले निर्जलीकरण से होने वाली मृत्यु को ओआरएस एवं ज़िंक की गोली के उपयोग से रोका जा सकता है। इसके साथ ही समय-समय पर हाथ को पानी एवं साबुन से धोना, स्वच्छता, समय पर टीकाकरण, स्तनपान एवं पर्याप्त पौषण लेना जरूरी है। उन्होने बताया कि अभियान के सफल संचालन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। दवाईयों की आपूर्ती सहित फिल्ड स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण भी दे दिया गया है। इस अभियान के लिये प्राथमिक शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का भी सहयोग लिया जायेगा।
इस संबध में गुरूवार को निदेशक (आरसीएच) डॉ एसएम मित्तल ने वीडियो कॉन्फ्रेंिसंग के जरिये जिलावार तैयारियों की समीक्षा कर जिलों में ओरआरएस एवं जिंक गोलियों की उपलब्धता के बारे में सभी आरसीएचओ से जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। वीसी में आरसीएचओ डॉ एमके त्रिपाठी, जिला लेखा प्रबंधक महेन्द्र मालीवाल, जिला आईईसी समन्वयक सरफराज खान एवं आशा समन्वयक ज्योति तंवर मौजूद थे।
सीएमएचओ डॉ आरके लवानिया ने शाम को आरसीएचओ कार्यालय में कोटा शहर के चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों की बैठक लेकर अभियान में गम्भीरता से जिम्मेदारी निभाने के निर्देश दिए।

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