शिक्षा एक अनमोल विरासत

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Published on : 23 May, 18 09:05

उदयपुर । नारायण सेवा संस्थान के बडी स्थित सेवामहातीर्थ परिसर में त्रिदिवसीय ’सरस भक्तमाल कथा‘ एवं ’दीनबन्धु वार्ता‘ कार्यक्रम के तीसरे दिन मंगलवार को संस्थान संस्थापक कैलाश ’मानव‘ ने कहा कि हमे आपस में हमेशा प्रेम के साथ रहना चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि रहती है। जिस घर में प्रेम नहीं, वहां सुख-शांति भी नहीं । उन्होंने कहा कि अहंकार व्यक्ति के ज्ञान को खा जाता है। उसे अच्छे और बुरे में फर्क नहीं दिखाई पडता है। अहंकारी व्यक्ति के सामने अगर भगवान भी खडे हो जाएं तो वह उन्हें भी नहीं पहचान पाएगा। उन्होंने कहा कि बेटियों को शिक्षित करना हर माता - पिता का कर्तव्य है। ऐसे माता-पिता जो अपनी बेटियों को शिक्षित करने के साथ- साथ अच्छे संस्कार व सही परवरिश भी देते है वे देवतातुल्य हैं। शिक्षा एक अनमोल विरासत है। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आस्था भजन चैनल पर हुआ। संचालन महिम जैन ने किया।

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