नजीब पर जांच बाधित करने का आरोप

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Published on : 15 May, 18 16:05

मलयेशिया में संसदीय चुनाव में जबर्दस्त हार के बाद सत्ताच्युत हुए नेता नजीब रजाक पर सोमवार को एक पूर्व शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी ने व्यापक वित्तीय घोटाले की जांच बाधित करने का आरोप लगाया जबकि देश के नए प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक चुनावी जीत के बाद अपना कामकाज शुरू कर दिया।नजीब के बैरिसन नेशनल (बीएन) गठबंधन को पिछले हफ्ते महातिर मोहम्मद की अगुवाई वाले पार्टियों के गठबंधन के हाथों करारी हार मिली थी। इसी के साथ नजीब के गठबंधन के 60 साल से चले आ रहे एकछत्र राज का अंत हो गया जो कथित रुप से भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा था। नजीब को सत्ता से बेदखल करने के लिए बड़ी संख्या में मतदाता मतदान केंद्रों पर पहुंचे थे। उन पर मलयेशियाई संप्रभु 1एमबीडी कोष से भारी-भरकम राशि हड़पने में शामिल होने का आरोप है। इस धोखाधड़ी की कई देशों में जांच चल रही है।उधर, निर्वाचित होने के बाद महातिर विश्व में सबसे बुजुर्ग निर्वाचित नेता बन गए हैं। उनकी उम्र 92 साल है। पहले वह दो दशक से अधिक समय तक प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वह नजीब से टक्कर लेने के लिए सेवानिवृत्ति से बाहर आए। मलयेशिया के भ्रष्टाचार निरोधक आयोग के पूर्व खुफिया और जांच निदेशक अब्दुल रजाक इदरिस ने निकाय में रिपोर्ट दर्ज कराई कि नजीब ने 1एमबीडी कोष में नुकसान की जांच नहीं होने देने की कोशिश की। अमेरिकी विदेश विभाग ने दीवानी वाद में आरोप लगाया है कि 1एमडीबी योजना से 4.5 अरब डॉलर की लूट-खसोट की गई और यह अमेरिका भेजी गई जहां इसका इस्तेमाल कलाकृतियों से लेकर अत्यधिक महंगी भूसंपदा तक हर चीज खरीदने में किया गया। हालांकि नजीब और 1एमबीडी किसी भी गड़बडी से इनकार करते हैं तथा उन्हें घरेलू जांच में पाक साफ करार दे दिया गया।
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