ह्रदय रोगों की जटिलसर्जरीकाआसान हुआ ईलाज फोर्टिस जेके मे

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Published on : 28 Apr, 18 06:04

ह्रदय रोगों की जटिलसर्जरीकाआसान हुआ ईलाज फोर्टिस जेके मे उदयपुर। फोर्टिस जेके हॉस्पिटल उदयपुर द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कार्डियक साइंसेज के वि८ो६ाज्ञ चिकित्सको ने ‘‘ह्रदय रोगों की जटिल सर्जरी का फोर्टिस जेके हॉस्पिटल में आसान ईलाज’’ वि६ाय पर ह्रदयरोग की अत्याधुनिक चिकित्सा पर फोर्टिस जेके हॉस्पिटल मिल रहे उपचार पर चर्चा की। आठ साल बाद लोटी परिवार की खुशयां, दिल में हुए छेद का बिना सर्जरी के ईलाज जन्मजात ह्रदय रोग से पीडत 8 व६ाीर्य बालिका को कई अस्पतालों में ईलाज के लिए परामशर् लिया। जहां ह्रदय में छेद को बंद करने की सर्जरी एकमात्र् उपचार बताया। ह्रदय में छेद की बीमारी से पीडत के माता-पिता सर्जरी का खतरा मोल नहीं लेना चाहते थें। अत्याधुनिक चिकित्सा पर भरोसा कर कई जगह परामशर् लिया गया। फोर्टिस जेके हॉस्पिटल में केथेटर बेस प्रोसीजर द्वारा बिना सर्जरी के ह्रदय रोग का अत्याधुनिक ईलाज बताया गया। रोगी को ह्रदय में छेद के कारण बायी ओर से शुद्ध रक्त दाई तरफ के अशुद्ध रक्त का मिश्रण होता रहता है जिससे फेफडो का प्रेशर बढ जाता है साथ ही शरीर में कई अन्य कि्रयाएं भी प्रभावित होती है। फोर्टिस जेके हॉस्पिटल में ह्रदय रोग वि८ो६ाज्ञ द्वारा अत्याधुनिक तकनीक द्वारा बिना सर्जरी के जांघ की नसों से केथेटर द्वारा ह्रदय के छेद को एक बटन नुमा डिवाइस लगा कर बंद करने की प्रकि्रया को अपना कर ईलाज किया। जिससे ह्रदय की मुख्य धमनियों से रक्त प्रवाहित होने से कि्रया सामान्य हो गई। इस नवीनतम तकनीक से रोगीं को अस्पताल में कम रूकना पडता है, किसी भी प्रकार की सर्जिकल प्रकि्रया नहीं होने से जोखिम नगण्य हो जाता है, शरीर पर कोई निशान नहीं होता। अत्याधुनिक सर्जरी से ह्रदय रोग का ईलाज, अब छाती की धमनियों से सम्भव छाती की धमनीयों का प्रत्यारोपण कर किया बाईपास सर्जरी ह्रदय की चारों धमनियों की एक साथ बाईपास सर्जरी, रोगीं की पांच दिन में अस्पताल से छूटटी तीन चार माह से सांस फूलने एवं सीने में दर्द की समस्या को लेकर 44 व६ाीर्य युवक ने एंजीयोग्राफी करवाई जिसमें ह्रदय की चार मुख्य धमनियों में ब्लॉकेज का पता चला। परिजनों ने बीमारी की गंभीरता को देखते हुए दिनांक 18.04.2018 को फोर्टिस जेके हॉस्पिटल में एजियोंप्लास्टी के लिए आयें। काफी प्रयासों के बाद एंजीजियोप्लास्टी संभव नहीं होने पर कार्डियक टीम द्वारा त्वरित निर्णय कर टीएआर बाईपास कर युवक की जान बचाई। कार्डियक सर्जन डॉ अनन्त कुट्टन ने बताया कि हमने एंजियोप्लास्टी का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली ब्लॉकेज काफी जटिल होने के कारण एवं मुख्य चार धमनियों के ब्लॉक होने के कारण एंजियोप्लास्टी संभव नहीं हो पाई। युवक की जान बचाने के लिए त्वरित निर्णय कर बाईपास सर्जरी का निर्णय लिया। कम उम्र होने के कारण टीएआर (टोटल आर्टेरियल रिवास्क्यूलाइजेशन) किया गया जिसमें छाती की धमनियों को लेकर ह्रदय की मुख्य धमनियों की बाईपास सर्जरी की गई। टीएआर नवीनतम तकनीक है जिसमें छाती के अन्दर की रक्त धमनियों का प्रयोग कर बाईपास किया जाता है सामान्य तकनीक में पैरो की नसों का प्रयोग कर बाईपास सर्जरी की जाती है। टीएआर सर्जरी से जीवनप्रत्याशा अधिक होती है, छाती में एक ही चीरे से सर्जरी होने के कारण रोगी को जल्दी स्वास्थ्य लाभ मिलता है जिससे अस्पताल में कम रूकना पडता है। चलने में नाकाम 48 व६ार्य व्यक्ति के सफल वास्कुलर बाईपास सर्जरी 48 व६ाीर्य व्यक्ति के पैरो की नसों से रक्त प्रवाह बंद होने से चलने में दिक्कत हो रही थी, फोर्टिस जेके हॉस्पिटल में सीटी एंजीयोग्राफी से पता चला कि शरीर के रक्त संचार की मुख्य धमनी के बन्द होने के कारण यह समस्या होने से व्यक्ति सामान्य जीवन यापन नहीं कर पा रहा है, जांचों में पता चला कि मुख्य रक्त धमनी घुटने से किडनी तक 100 प्रतिशत बंद थी जिससे दोनो पैरो का रक्त प्रवाह बन्द हो गया। जिसे वास्कूलर बाईपास सर्जरी कर पूर्नस्थापित कर रक्त संचार की बाधा को दूर किया गया। अगले दिन से ही रोगी के स्वास्थ में सुधार हुआ। कैसे पता चले कि ह्रदय रोग ही है ईसीजी सबसे आसान तरिका है, ईको जांच से ह्रदय कि मांसपेशयों की क्रियाशलता का पता चलता है। एंजियोग्राफी जिससे यह पता लगाया जाता है कि ह्रदय कि धमनियों में कहां और कितने ब्लॉकेज है। ईलाज क्या यदि आफ हृदय की रक्त धमनियाँ संकरी हैं तो हृदय एंजियोप्लास्टी किया जा सकता है, इसे पीटीसीए (परकुटेनियस ट्रांसलुमिनल कोरोनरी एंजियोप्लास्टी) या बैलून एंजियोप्लास्टी भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से रक्त प्रवाह बेहतर बनाने के लिए कैथेटर के आखिर में लगे बैलून का उपयोग कर रक्त-धमनी खोलने के लिए किया जाता है। रक्त-धमनी को खुला रखने के लिए स्टेंट लगाया जा सकता है, जब हृदय की रक्त धमनियों में एंजियोप्लास्टी करना सम्भव नहीं हो ह्रदय बाईपास सर्जरी की जाती है जिसे छाती को खोलकर ह्रदय की खराब धमनियों को शरीर की अन्य धमनियों लेकर जोडा जाता है। प्रदेश की सबसे अनुभवी टीम फोर्टिस जेके हॉस्पिटल के कार्डियक सांइसेज के कार्डियक सर्जन डॉ. अनन्त कुटटन, डॉ. अरूण एन इंटरवेशनल कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. सीपी पुरोहित, डॉ. हरीश सनाढ्य डॉ. दीपक आमेटा, नॉनइनवेसिव कॉर्डियोलॉजिस्ट, डॉ. ७ौलेन्द्र दीक्षित, सीनियर कार्डियक एनेस्थेसिस्ट डॉ. नितिन कौशक, सुनील भार्गवन एवं ओटी टीम प्रतिदिन ऐसे ही कई जटिल ह्रदय रोगों का ईलाज कर रहे है।
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