पांडव कालीन नीली छतरी मंदिर में शिव परिवार की मूर्ती स्थापना संपन्न

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Published on : 22 Apr, 18 11:04

मूर्ती स्थापना के पश्चात दिन भर चला भंडारा और सादगी से हुआ विवाह संपन्न

पांडव कालीन नीली छतरी मंदिर में शिव परिवार की मूर्ती स्थापना संपन्न दिल्ली के यमुना बाज़ार स्थित प्राचीन पांडव कालीन प्राचीन नीली छतरी शिव मंदिर में चार दिन से शिव परिवार की स्थापना का कार्यक्रम चल रहा था | यज्ञाचार्य बृज मोहन शर्मा के मार्गदर्शन में 50 से ज्यादा वेद पाठी पंडित मंत्रोच्चारण, पूजा अर्चना कर विधि विधान से शिव परिवार की नई मूर्तियों में प्राण प्रतिष्ठा में लगे हुए थे | दो दिन तक प्राण प्रतिस्था का कार्क्रम चला फिर गाजे बजे के साथ मूर्तियों को नगर भ्रमण के ले जाया गया और उसके बाद महंत प. मनीष शर्मा ने अपने परिवार, ट्रस्ट के सदस्यों, अनेक समाज सेवियों ने शिव मंदिर में मूर्तिया स्थापित की | मूर्ती स्थापना के समय मंदिर वेद पाठी पंडितों और वेदों की शिक्षा ले रहे कम उम्र के बच्चों से भरा हुआ था | यज्ञ में पूर्ण आहुति डी गयी और पीर भगवान शंकर की आरती हूई | मंदिर मंत्रोच्चारण से गूंज उठा |

मूर्ती स्थापना के समय क्षेत्र के निगम पार्षद, श्री रवि कप्तान, श्री रामलीला कमेटी इन्द्रप्रस्थ के अध्यक्ष श्री सुरेश बिंदल, भाजपा चांदनी चौक जिला के महामंत्री श्री अजय भारद्वाज, अनेक राजनैतिक, सामाजिक कार्यकर्त्ता व अनेक गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे |

मूर्ती स्थापना के पश्चात दिन ब्राह्मण भोज हुआ फिर दिन भर भंडारा चला जिसमे संक्दों श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया | मूर्ती स्थापना के पश्चात बिना दहेज़ सादगी से एक विवाह भी संपन्न हुआ|

महंत प. मनीष शर्मा ने दहेज़ प्रथा का विरोध करते हुए कहा कि विवाह एक पारिवारिक व धार्मिक संस्कार है इसे सादगी से संपन्न करना चाहिए | मंदिर में विवाह होना बेहद शुभ होता है | विवाह में दहेज़ लेना व देना दोनों गलत है | विवाह समारोह में अनावश्यक खर्चे से बचना चाहिए |


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