OMG-फिर की किसान ने आत्महत्या

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Published on : 21 Apr, 18 10:04

कर्ज से परेषान होकर फिर की किसान ने आत्महत्या कर्जमाफी, मुआवजा दिए जाने की मांग

 OMG-फिर की किसान ने आत्महत्या डॉ,प्रभात कुमार सिंघल बारां भारतीय जनता पार्टी के कुशासन में एक ओर किसान द्वारा कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। किसान द्वारा जहर खाने के उपरान्त राजकीय चिकित्सालय बारां में रात्रि को लाया गया जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए कोटा के लिए रेफर कर दिया। कोटा में ईलाज के दौरान किसान रेवडीलाल मेघवाल की मौत हो गई।
इस घटना की जानकारी प्राप्त होने पर प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रमोद भाया, जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल कोटा चिकित्सालय पहुंचे तथा किसान द्वारा आत्महत्या करने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। प्रमोद भाया एवं पानाचंद मेघवाल ने बताया कि भाजपा के कुशासन के कारण आए दिन किसानों द्वारा आत्महत्याएं करना आम बात हो चुकी है। इस सरकार द्वारा लगातार आमजन एवं किसानों के हितों की अनदेखी की जा रही है तथा किसान भाईयों को उनकी उपज का उचित मूल्य तक नही मिल रहा है। मजबूरीवश किसानों को अपने मेहनत से तैयार की गई फसलों को औने-पौने दामों में बाजारों में बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है।
समर्थन मूल्य पर खरीद की गई फसलों का मूल्य किसानों को नही मिल पा रहा है तथा शादी विवाह के सीजन में किसान भाईयों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। भाया एवं मेघवाल ने बताया कि तहसील अटरू के ग्राम रहलाई में गत रात्रि को किसान रेवडीलाल मेघवाल द्वारा कर्ज से तंग आकर आत्महत्या कर ली। किसान रेवडीलाल मेघवाल पर 2 लाख रूपए किसान क्रेडिट कार्ड के देने से बकाया थे तथा अन्य व्यक्तियों का भी कर्ज उस पर था। उसके पास 15 बीघा भूमि थी जिसमें से 7 बीघा में लहसुन की फसल की गई थी। लहसुन की फसल के भाव नही मिलने के कारण वह अपना कर्ज नही चुका पा रहा था तथा इसी चिंता में उसके द्वारा गत रात्रि को जहर पीकर आत्महत्या कर ली। दोनों नेताओं ने मृतक किसान के किसान क्रेडिट की ऋण राशि माफ करने, लहसुन की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने तथा पांच लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि दिए जाने हेतु सरकार से मांग की गई।
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