एमपीयूएटी में मनाई डा.ॅ भीमराव अम्बेडकर की १२७ वीं जयन्ती

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Published on : 16 Apr, 18 13:04

 एमपीयूएटी में मनाई डा.ॅ भीमराव अम्बेडकर की १२७ वीं जयन्ती महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा डॉ. भीमराव अम्बेडकर की १२७ वीं जयन्ती पर दिनांक १४ अप्रेल २०१८ को सायं ४.३० बजे राजस्थान कृषि महाविद्यालय के नूतन सभागार में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. उमा शंकर शर्मा, माननीय कुलपति, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत रत्न डाँ० बाबा साहेब अम्बेडकर का जीवन आज भी प्रासंगिक है । उन्होने कहा कि समाज के वंचित वर्ग को आगे लाने के लिए बाबा साहेब के संवैधानिक प्रयास समाज को एक जुट रखते हुऐ देश को अग्रिम पंक्ति में रखने का अभिनव प्रयास है । प्रो० शर्मा ने आज के दिवस को राष्ट्रीय समरसता दिवस के रूप में मनाने के महत्व पर प्रकाश डाला ।
मुख्य वक्ता डॉ. बी. पी. शर्मा, अध्यक्ष, पेसिफिक विष्वविद्यालय, उदयपुर, ने देश की एकता, अखण्डता को बनाने रखने और साँस्कृतिक जातीय मतभेद को दूर करने में बाबा साहेब की असाधारण विद्धवता व दूरदर्शिता से सदन को अवगत कराया । उन्हाने बाबा साहेब द्वारा संविधान सभा में दिये गये अन्तिम उद्बोधन को उद्रत करते हुए कहा कि उन्होने देशवासियों से भारत के संविधान की निष्ठा से अनुपालना का आग्रह किया था । उन्हाने बाबा साहेब के राजनैतिक, सामाजिक एवं जीवन के व्यक्तिगत प्रेरक प्रसंगों को रेखांकित करते हुए सारगर्भित भाषण दिया ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में विश्वविद्यालय की वित्त नियन्त्रक डाँ कुमुदनी चाँवरिया ने सभी आगुन्तकों का स्वागत किया एवं विश्वविद्यालय में बाबा साहेब की जयन्ती के आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला । विश्वविद्यालय की कुल सचिव सुश्री प्रिंयंका जोधावत ने अपने सम्बोधन में बाबा साहेब द्वारा कहे गये सन्देशों यथा शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो की व्याख्या करते हुऐ अपनी बात कही ।
कार्यक्रम की विशिष्ठ अतिथि राजस्थान कृषि महाविद्यालय के कार्यकारी अधिष्ठाता डाँ० विरेन्द्र नेपालिया ने अपने सम्बोधन में बताया कि डाँ० भीमराव अम्बेडकर ने शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल कायम करते हुऐ २७ उपाधियाँ प्राप्त की जिनमें चार विद्यावाचसपति की थी । उन्होने कहा कि वर्तमान समय में हमें उनसे प्रेरणा लेने एवं सामाजिक समरसता के साथ जीवनयापन करने की आवश्यकता है ।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय अनुसूचित जनजाति संघ के श्री कान्ती लाल यादव ने कविता पाठ किया । कार्यक्रम में एमपीयूएटी के सभी वरिष्ठ अधिकारी, प्राध्यापक, अतिथि एवं छात्र-छात्राऐं उपस्थित थे । कार्यक्रम में श्री शेलेन्द्र चौहान अध्यक्ष अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी, श्री जीतमल चौहान, श्री पी.एस. खिंची अध्यक्ष, एस.सी.एस.टी. कर्मचारी संघ, श्री मदन लाल सिंगारिया एवं श्री गोपाल कोटिया, महासचिव अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी ने भी भाग लिया ।
कार्यक्रम के अन्त में डाँ० एल.एल. पँवार, अध्यक्ष, अनुसूचित जाति, जनजाति प्रकोष्ठ, एमपीयूएटी ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कार्यक्रम का संचालन गृह विज्ञान महाविद्यालय की प्राध्यापक डाँ० गायत्री तिवारी ने किया ।




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