कोटा की चतुर्थ त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई

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Published on : 24 Mar, 18 15:03

कोटा की चतुर्थ त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई कोटा। सम्भागीय प्रषासनिक समिति, कोटा की चतुर्थ त्रैमासिक बैठक श्रीमान संभागीय आयुक्त महोदय की अध्यक्षता में दिनांक २३.०३.२०१८ को आयोजित की गई। उक्त बैठक का मुख्य उद्धेश्य स्थानीय निकायों/पंचायती राज संस्थाओं के बकाया प्रतिवेदनों/आक्षेपों की समीक्षा कर तत्परता से निस्तारण कर वित्तीय अनियमितताओं की पुनरावृत्ति को रोकना है। अतिरिक्त निदेशक एवं सदस्य सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि जिला स्तरीय समितियों/संभागीय प्रशासनिक समितियों की बैठकों में प्रायः नियत्रणाधिकारी/संस्थाधिकारी स्वयं न आकर अपने अधीनस्थ लेखाकर्मियों अथवा अन्य कार्मिकों को भिजवा देते हैं, जिससे अंकेक्षण प्रतिवेदनो/आक्षेपों की समीक्षा कर सम्यक निर्णय नही लिये जाने से बैठक का मूल उदेदष्य ही पूर्ण नहीं हो पाता है। इस बैठक में आयुक्त नगर निगम कोटा, अधिषासी अधिकारी नगर परिशद बाराँ एवं जिला महिला अधिकारिता विभाग झालावाड अनुपस्थित रहे।
संभागीय आयुक्त महोदय द्वारा वर्ष २०१७-१८ के लिए १.४.२०१७ को बकाया आक्षेपों के २५ः आक्षेपों के निस्तारण का लक्ष्य संभागाधीन संस्थाओं को दिया गया था, जिसके तहत चतुर्थ त्रैमास तक कोटा जिले में २३९२९ आक्षेपों के विरूद्ध २७१७, बून्दी जिले में १८६९५ के विरूद्ध २३०२, बाराँ जिले में २८३४४ के विरूद्ध २८९६ एवं झालावाड जिले में ३१०४७ आक्षेपों के विरूद्ध १६०१ आक्षेपों का निस्तारण करवाया गया है, जो क्रमशः ११ः, १२ः, १०ः व ५ः प्रगति रही, जो न्यून है। चतुर्थ त्रैमास तक संस्थाओं द्वारा २५ः प्रति० लक्ष्य अर्जित किये जाने थे परन्तु अधिकाषं संस्थाएं यथा- पंचायत समिति खैराबाद, नगर निगम कोटा, नगर पालिका इटावा, कृ०उ०म०स० इटावा, महिला अधिकारिता विभाग कोटा, राज० तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा, जिला परिषद बून्दी, पंचायत समिति के०पाटन, हिण्डोली, नगर परिषद बून्दी, नगर पालिका लाखेरी, कृ०उ०म०स० सुमेरगजमण्डी, महिला अधिकारिता विभाग बून्दी, देव-स्थान विभाग बून्दी, कृ०उ०म०स० अन्ता, अटरू, जिला शिक्षा अधिकारी(प्रा०शि०) बाराँ(राष्ट्रीय पोषाहार कार्यक्रम), देव-स्थान विभाग बाराँ, जिला परिषद झालावाड, जि०ग्रा०० अभि०(जिला परिषद) झालावाड, पंचायत समिति डग, झा०पाटन, अकलेरा, नगर परिषद झालावाड, महिला अधिकारिता विभाग झालावाड एवं ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी झालरापाटन की प्रगति ’षून्य‘ रही है।‘‘ जिस पर समिति द्वारा असन्तोश व्यक्त करते हुए नाराजगी प्रकट की गई। क्षेत्रीय कार्यालय कोटा के अन्तर्गत ९०० स्वायत्तशाषी संस्थॉए अंकेक्षणाधीन है, जिनमें ०.९८ लाख सामान्य आक्षेप, ४१५ प्रारूप प्रालेख एवं १०४६ गबन प्रकरणों में ३७७.७३ लाख बकाया है। उपरोक्त स्थिति की समीक्षा उपरान्त श्रीमान संभागीय आयुक्त महोदय द्वारा पंचायती राज संस्थाओं व शहरी नगर निकायों सहित अन्य सभी संस्थाओं जिनकी प्रगति शून्य अथवा न्यून रही है, के प्रति गंभीर चिन्ता व्यक्त करते हुए उनके क्षेत्रीय अधिकारियों/नियन्त्रणाधिकारियों को निर्देषित किया गया कि वे अपने स्तर पर आक्षेपों के त्वरित निस्तारण व आवंटित लक्ष्यों की पूर्ति हेतु एक्षन प्लान तैयार कर बैठकें आयोजित किये जाने हेतु कलेण्डर निर्धारित करें तथा ठोस एवं सारगर्भित पालनॉए तैयार करवाई जाकर अंकेक्षण विभाग को प्रेशित करावे। बैठक के अन्त में अतिरिक्त निदेषक एवं सदस्य सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि श्रीमान संभागीय आयुक्त महोदय द्वारा आगामी वित्तीय वर्श २०१८-१९ के लिए ०१.०४.२०१८ को संस्थाओं के बकाया आक्षेपों का २५ः प्रतिषत लक्ष्य आवंटित किया गया है। अतः तद्नानुसार सभी क्षेत्राधिकारियों एवं नियन्त्रणाधिकारियों को निर्देषित किया गया कि वे आगामी वित्तीय वर्श में आवंटित लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु कार्य योजना तैयार कर कार्यवाही अमल में लायी जावे।


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