आकाशवाणी केंद्र कोटा के कैज़ुअल उदघोषक एवं कम्पीयर्स ने अपनी मांगों को लेकर3 दिवसीय धरना प्रदर्शन

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Published on : 23 Mar, 18 13:03

के डी अब्बासी

आकाशवाणी केंद्र कोटा के कैज़ुअल उदघोषक एवं कम्पीयर्स ने अपनी मांगों को लेकर आज प्रातः 10 बजे से 3 दिवसीय धरना प्रदर्शन शुरू किया । ऑल इंडिया रेडियो केजुअल आनाउंसर एन्ड कम्पीयर्स यूनियन , इकाई कोटा के अध्यक्ष जुगल चौधरी ने बताया कि आकाशवाणी केंद्र कोटा के कैज़ुअल उदघोषक एवं कम्पीयर्स लगभग 5 से 25 वर्षों से अपनी सेवाएं देते आ रहे है , जीवन के अमूल्य 15 से 20 वर्ष आकाशवणी की सेवा में लगाने के बाद भी पुराने केजुअल उदघोषकों एवं कम्पीयर्स को षड़यंत्रकारी नीतियां अपनाकर आकाशवाणी महानिदेशालय द्वारा केंद्र से बाहर किये जाने के प्रयास किये जा रहे है साथ ही कैजुअल उदघोषक एवं कंपेयर्स के नियमितीकरण से संबंधित एक याचिका माननीय सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है , अतः इसी केस के आधार पर " कैट शाखा जयपुर "द्वारा आकाशवाणी केंद्र कोटा के 50 याचिकाकर्ताओं के पक्ष में केंद्र पर " यथा स्थिति " बनाये रखने का आदेश दिया गया , जिसकी छायां प्रति हमारे द्वारा केन्द्र में जमा की जा चुकी है । फिर भी हमारे साथ अन्याय किया जा रहा है । सचिव शशिकांत सुमन ने बताया कि माननीय न्यायालय के केंद्र पर " यथा स्थिति " बनाये रखने के आदेश के बावजदू भी केंद्र निदेशक द्वारा वर्षो से प्रयुक्त P-5 अनुबंध पत्र के बजाय समनुदेशीति आमंत्रण पर हस्ताक्षर करने हेतु दबाव बनाया गया , माननीय न्यायालय के आदेश की अनुपालना का हवाला देते हुए हमारे द्वारा केंद्र निदेशक महोदय को अवगत कराया गया कि जब तक कैस का निर्णय नही हो जाता तब तक कैट केस में शामिल सदस्यों की केंद्र पर " यथा स्थिति " बनायी रखी जाय और अनुबंध हेतु P -5 कॉन्ट्रैक्ट लैटर ही उपयोग में लिया जाए , बार बार निवेदन करने के बाद भी केंद्र निदेशक द्वारा हमारी समस्याओं पर कोई विचार नही किया गया और कैट केस में शामिल सभी सदस्यों की ड्यूटी निरस्त कर दी गई । अतः हमारी मांग है कि आकाशवाणी केंद्र कोटा द्वारा न्यायालय के आदेश का अनुपालन करते हुए केंद्र पर सभी आकस्मिक उदघोषकों एवं कम्पीयर्स पर किसी भी तरह का दबाव न बनाया जाय और कैट केस में शामिल सभी सदस्यों की अविलंब ड्यूटी लगाई जाए साथ ही वर्षो से कार्यरत केजुअल उदघोषक एवं कम्पीयर्स के हित मे उचित निर्णय लेते हुए महानिदेशालय द्वारा नियमितीकरण हेतु नीति बनाई जाए । यूनियन के प्रवक्ता राजेन्द्र रावल ने बताया कि देश के विभिन्न केंद्रों के प्रतिनिधि , हाड़ौती के श्रोता गण के साथ ही सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों ने भी धरने में शामिल होकर केजुअल उदघोषकों एवं कम्पीयर्स का समर्थन किया । धरने में शिरकत करने वाले वरिष्ठ साहित्यकार कवि डॉ फरीद अहमद फरीद ने अपनी रचनाओं से आकस्मिक उदघोषक और कम्पीयर्स का उत्साहवर्धन करके धरने को समर्थन प्रदान किया , राजेन्द्र जी ने बताया कि जब तक मांगे नही मानी जाती तब तक धरना जारी रहेगा और तीन दिन बाद इस धरना प्रदर्शन को अनशन का रूप प्रदान किया जाएगा ।

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