जलसंरक्षण में जन सहभागिता की महत्ती आवश्यकता

( 8081 बार पढ़ी गयी)
Published on : 23 Mar, 18 12:03

जलसंरक्षण में जन सहभागिता की महत्ती आवश्यकता ः डॉ. सिंह
उदयपुर। विश्व जल दिवस पर महान सेवा संस्थान द्वारा अलसीगढ जलग्रहण क्षेत्र में एक दिवसीय जल सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीटीएई के प्रो. डॉ. पी. के. सिंह ने कहा कि जल एवं मृदा संरक्षण के कार्यों के साथ-साथ आजीविका संवर्धन हेतु भी प्रयास आवश्यक है। कम लागत में अधिक जल संरक्षण के कार्य प्राथमिक रूप से किये जाने चााहिए।
महान सेवा संस्थान के सचिव ललित जोशी ने स्वागत करते हुए बताया कि संस्था डी एस फाउण्डेशन के सहयोग से अलसीगढ में जलग्रहण का शुभारम्भ कर रही है। इसमे लगभग 65॰॰ हेक्टेयर क्षेत्र मे जल संरचनाओं के निर्माण के साथ साथ जैवीक कृषि एवं उन्नत कृषि के कार्य किये जायेगे। इससे कुल 1॰ गावों में यह कार्य किया जायेगा। कार्यक्रम में अलर्ट संस्थान के अध्यक्ष जितेन्द्र मेहता ने जलवायु परिवर्तन के प्रभाव एवं जल संरक्षण का महत्व पर तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के अभियांत्रिकी विशेषज्ञ हसमुख गेहलोत ने विभिन्न जल संरचनाओं से जल संग्रहण एवं संवर्धन पर जानकारी दी।
सम्मेलन मे डी एस फाउण्डेशन के वरिष्ठ प्रबंधक प्रभाकांत जैन ने कहा कि फाउण्डेशन द्वारा उदयपुर मे जल समृद्धि क्षेत्र विकसित किया जायेगा। कार्यक्रम में पई के सरपंच देवीलाल, पूर्व सरपंच दिनेश तथा अलसीगढ सरपंच श्रीमती आशा देवी ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में बगडुन्दा के कलाकारों द्वारा जल संरक्षण पर गीत एवं नुक्कड नाटक प्रस्तुत किया। सम्मेलन मे डी एस फाउण्डेशन के उप प्रबंधक मनीष शर्मा एवं नरेश कलाल तथा अपना संस्थान के चन्द्र प्रकाश चौबीसा के साथ 1॰ गावों के 35॰ महिला एवं पुरूषों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालक राजेश सेन ने किया।



साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.