तीन दिवसीय ५६वां अखिल भारतीय महाराणा कुम्भा संगीत समारोह

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Published on : 20 Mar, 18 14:03

 तीन दिवसीय ५६वां अखिल भारतीय महाराणा कुम्भा संगीत समारोह उदयपुर। पहली बार उदयपुर में प्रस्तुति देने आयी इन्दौर घराने की कोलकाता की शास्त्रीय गायन की युवा कलाकार सोनिया रॉय के कंठ से निकले शास्त्रीय संगीत के विभिन्न रागों के सुरों ने संगीत के रसिक श्रोताओं को उसी में डूबों दिया।
महाराणा कुम्भा संगीत परिशद द्वारा टाउनहॉल स्थित सुखाडया रंगमंच पर आयोजित किये जा रहे तीन दिवसीय ५६वें अखिल भारतीय महाराणा कुम्भा संगीत समारोह के दूसरे दिन की प्रथम प्रस्तुति में सोनिया रॉय ने षास्त्रीय गायन की षुरूआत राग पुरिया कल्याण से की। जिसमें उन्हने रचना बडा ख्याल में आज सो बना... का गायन किया। इस राग के उतार-चढाव ने श्रोताओं मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर उन्होंने झुमरा,तीन एवं एक ताल मे निबध रचना की प्रस्तुति दे कर श्रोताओं को तालियों की दाद देने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में छोटा खयाल में मेरे घर आ जा ...की प्रस्तुति में तबले ओर गायन के बीच चली जुगलबंदी ने श्रोताओं को तालियों की दाद देने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर सोनिया रॉय ने राग हंस ध्वनि तथा अंत में राग खमाज की दी प्रस्तुति ने समारोह में चार चंाद लगा दिये।
जब षास्त्रीय गायन के साथ तबले पर संगत करने वाले अतहर हुसैन,हारमोनियम पर जाकिर हुसैन एवं तानपुरे पर उदयपुर की उभरती कलाकर डिम्पी सुहालका की जुगलबन्दी हुई तो श्रोता देखते रह गये। सोनिया ने बताया कि उन्होंने विदुशी स्व. षान्ति षर्मा से संगीत की षिक्षा ली। उन्होंने वर्श २००४ से २०१३ तक श्रीराम भारती कला केन्द्र से संगीत की षिक्षा ली। उन्होंने बताया कि षास्त्रीय गायन में युवाओं की बढती रूचि षास्त्रीय संगीत के लिये सुखद भविश्य को दर्षाता है।
दूसरे दिन की दूसरी प्रस्तुति में कोलकत्ता के पंडत पूर्बियान चटर्जी सितार पर संगीत के नये-नये सुर बिखेरे। कार्यक्रम की षुरूआत चटर्जी ने राग मारू विहाग में ताल रूपक से की। तत्पष्चात उन्होंने राग भैरवी से कार्यक्रम का समापन किया। सितार के तारों से झंकृत हुए संगीत के सुरों से श्रोता आनन्दित हो गये। इनके साथ तबले पर षुभ महाराज ने की।
समारोह म विषेश रूप से भाग लेने के लिये मुबई से आये मुख्य अतिथि रोटरी अन्तर्राश्ट्रीय के पूर्व अध्यक्ष कल्याण बेनर्जी,विषिश्ठ अतिथि सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी सुरेषचन्द्र पण्ड्या,पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी, रमेष चौधरी, निर्मल कुणावत का महादेव दमानी, डॉ. प्रेम भण्डारी,देवेन्द्र सिंह हिरन,डी.पी.धाकड ने उपरना ओढाकर सम्मानित किया।
प्रारम्भ में महाराणा कुंभा संगीत परिशद के मानद सचिव डॉ. यषवन्तसिंह कोठारी ने आयोजन के बारें में जानकारी देते हुए अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में कलाकार अमरदीप षर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.लोकेष जैन ने किया।
रविवार को होगी ये प्रस्तुति- तीसरे दिन १८ मार्च को शिल्पग्राम के मुक्तकाशी रंगमंच पर मुम्बई की प्रसिद्व कलाकारा पण्डिता अनुराधा पाल एवं उनका दल स्त्री शक्ति पर आधारित देश के प्रथम एवं अनुठे महिला शास्त्रीय संगीत बेण्ड द्वारा अपनी अभिनव कला की प्रस्तुती देगी। उसके पश्चात बहुचर्चित प्रख्यात नृत्यागंना रिचा जैन एण्ड पार्टी द्वारा अपनी विशेष शैली मे कथक नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा।



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