खो-खो में छूपि हुई प्रतिभाओं को बड़ा मंच

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Published on : 20 Mar, 18 13:03

डॉ.प्रभात कुमार सिंघल

कोटा,। कोटा जिला खो-खो संघ की २०१८ से २०१२२ तक के लिए नवीण कार्यकारिणी का गठन सोमवार को नयापुरा स्थित उम्मेद भवन किया गया। कोटा जिला खो-खो संघ के नव निर्वाचित अध्यक्ष ललित सिंह मुक्तावत ने खो-खो खिलाडियों को राष्ट्रीय मंच उपलब्ध करवाने व खेल में छुपि हुई प्रतिभाओं की खोज करना अपना मुख्य लक्ष्य रहेगा।
चुनाव अधिकारी मोहम्मद शब्बीर ने जिला खेल अधिकारी अजीज पठान, पर्यवेक्षक सुरेन्द्र सिंह चौहान की देख रेख में जिला खो-खो संघ कोटा की नई कार्यकारिणी की घोषणा करते हुऐ संरक्षक पद पर भगवान सिंह चौहान, अध्यक्ष ललित सिंह मुक्टावट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत श्रृंगी, उपाध्यक्ष किशोर मदनानी, डॉ. अरूण शर्मा, प्रणय विजय, चन्द्र कुमार जैन, रफीक मोहम्मद, सचिव फिरोज खान, संयुक्त सचिव मनीष कांत कच्छावा, मनीष खत्री, लाजवीर सिंह, कोषाध्यक्ष रूप किशोर व समिति में पांच सदस्य संदीप भाटिया, भरत सिंह, हेमन्त सिसोदिया, भवानी सिंह सोलंकी परशुराम गोचर को नियुक्त किया गया है।
जिला खो-खो संघ कोटा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ललित सिंह मुक्टावट ने बताया कि हमारा लक्ष्य खो-खो खेल से जुड़े खिलाडियों की खोज कर उन्हें नेशनल लेवल तक पहुंचाना है। खो-खो खेल पारम्परिक खेल जो गांवों में ज्यादा खेला जाता है किन्तु खिलाडियों को अच्छा मंच नहीं मिल पाने के कारण यह खिलाड़ी गुमनामी के अंधेरे में खो जाते है। संघ खो-खो प्रतियोगिता आयोजित कर इन प्रतिभाओं की खोज करेगी इसके लिए संघ गांव गांव, ढाणी-ढाणी खो-खो प्रतियोगिताओं का आयोजन कर इन छुपि हुई प्रतिभाओं को बड़ा मंच उपलब्ध करवाएगा। और इन्हें राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए हर प्रकार के प्रयास करेगा। इसके लिए उपयुक्त सामग्री संघ द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। संघ द्वारा आगामी समय में कोटा जिले में खो-खो नार्थ जोन टूर्नामेंट करवाने के प्रयास कर रही है जिसमें इन्टरनेशन इण्डो नेपाल खो-खो प्रतियोगिता से नये खिलाडिय़ों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
संघ का प्रयास रहेगा कि गर्मियों की छूट्टीयों में कोटा जिले में केम्प लगाकर बच्चों को इस खेल से जोड़ेगे तथा साथ ही साथ हम यह भी सूनिश्चित करेंगे कि इन बच्चों में अच्छा खेलने वाले इस खेल के प्रति रूचि रखने वाले बच्चों को निरन्तर अभ्यास मिलता रहे, उन्हें दक्ष कोच उपलब्ध हो सके। इस प्रकार संघ का प्रयास खो-खो को गुमनामी के अंधेरे से निकाल कर क्रिकेट, कबड्डी के समकक्ष खड़ा करने का रहेगा।
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