दिव्यांगजन ने दिखाया हतप्रभ करने वाला कौशल

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Published on : 20 Mar, 18 12:03

दिव्यांगजन ने दिखाया हतप्रभ करने वाला कौशल   उदयपुर.किसी के दोन हाथ नहीं थे तो किसी के दोनों पांव, किसी का एक हाथ नहीं था तो किसी का एक पांव। लेकिन, एक बात सब में सामान्य थी और वह थी-जीवन में हार नहीं मानने और हौंसलों की उडान से कामयाबी का आकाश माप लेन का दृढ संकल्प।
यह नजारा था नारायण सेवा संस्थान द्वारा सिटी लाइट के महाराजा अग्रसेन भवन के पंचवटी हॉल,सूरत में आयोजित स्नेह मिलन एवं ‘ दिव्य - 2018’ (दिव्यांग फैशन एवं टैलेंट शो) का जिसमें देश के विभिन्न राज्य के उन प्रतिभाशाली दिव्यांग युवक - युवतियों ने भाग लिया , जिनमें से अधिकांश के पोलियो करेक्शन ऑपरेशन, संस्थान के उदयपुर स्थित अस्पताल में हुए और ऑपरेशन के बाद वहीं उन्होंने स्वरोजगार के लिए मोबाइल सुधार, सिलाई एवं डिजाइनिंग, मेहंदी, कम्प्युटर, हाउस कीपिंग आदि प्रशिक्षण भी प्राप्त किए। उन दिव्यांग ने भी कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति से प्रतिभा का लोहा मनवाया जिनके संस्थान द्वारा ही मोड्यूलर कृत्र्मि अंग लगाए गए थे ।
संस्थान की ओर से तीसरी बार आयोजित इस अनूठे आयोजन का उद्घाटन समाजसेवी श्रीमती प्रभावती जी नांगलिया’ने किया। विशिष्ट अतिथि के रुप में किशोर भाई बिन्दल, निर्मलेश आर्य, नरेन्द्र कुमार अग्रवाल, गणपत भंसाली, यशवन्त भाई शाह, सोमाभाई पटेल, वरुण बंसल, प्रवीण भाई शास्त्री, बाबूलाल कोठारी, विजय भाई मोवलिया व श्रीमती अंजना सिंधी मंचासीन थे।
अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल .ने कहा कि दिव्यांगजन में प्रतिभा और कौशल की कमी नहीं है, इन्हें प्रतीक्षा है तो केवल प्रोत्साहन, उचित अवसर और मंच की। इसी भावना से आयोजित दिव्यांगजन का यह इंद्रधनुषी कार्यक्रम उन्हीं के हौसलों को समर्पित है।


चार श्रेणियों में प्रस्तुतियां
आयोजन में फैशन राउण्ड विद केलिपर, फैशन राउण्ड विद व्हील चेयर, फैशन राउण्ड विथ क्रेचेस (बैसाखी), फैशन राउण्ड विथ आर्टिफिशियल लिम्स् (कृत्र्मि अंग), की 4 श्रेणियों में दिव्यांगजनों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को हतप्रभ कर दिया। प्रत्येक श्रेणी में 10-10 प्रतिभागी थे। प्रत्येक प्रतिभागी के साथ वॉक के दौरान एक सहायक था। प्रतिभागियों ने जिन बहुरंगी और बहुडिजाइनिंग परिधानों का इस्तेमाल किया वे उन्ह के द्वारा पोलियो करेक्शन ऑपरेशन के बाद संस्थान में प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षिका नसरीन गौरी की देखरेख में तैयार किय गये। संचालन ओमपाल सीलन ने किया।
हुनर को किया सलाम
नृत्य गीत व शारीरिक कौशल प्रदर्शन राउण्ड में दोनों पांवों से सागर (मध्यप्रदेश) के दिव्यांग युवा जगदीश पटेल ने व्हील चेयर पर अपने हाथों की विभिन्न मुद्रओं और संतुलन के साथ जब नृत्य किया तो पाण्डाल में देर तक तालियां बजती रहीं। ऐसा ही एक और मौका तब आया जब आगरा (उत्तरप्रदेश) के दोनों पांवों से दिव्यांग योगेश ने व्हील चेयर व फर्श पर विभिन्न मुद्राओं में नृत्य प्रस्तुतियां दी।बडगांव (उदयपुर) की उस दिव्यांग बालिका‘दिया’ की नृत्य प्रतिभा को सबने सलाम किया, जिनके कोहनी के बाद हाथ काफी छोटे थे।


साभार :


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