दुल्हन से बड़ा कोई दहेज नहीं, दूल्हे ने Rs.‌‌11 लाख लौटा शगुन का रुपया-नारियल लिया

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Published on : 13 Mar, 18 16:03

दुल्हन से बड़ा कोई दहेज नहीं, दूल्हे ने Rs.‌‌11 लाख लौटा शगुन का रुपया-नारियल लिया गांव में राजपूत परिवार ने समाज के सामने एक अनुकरणीय पहल पेश की। सोमवार को स्वर्गीय चावंड सिंह के बेटे भवानी प्रताप सिंह की सगाई का कार्यक्रम था। बाड़मेर जिले के ठिकाना असाड़ा से सुरेंद्र सिंह महेची अपनी बेटी भंवर कंवर की सगाई करने फाकोलिया पहुंचे। उन्होंने तिलक दस्तूर में समाज के लोगों के सामने दूल्हे को 11 लाख रुपए का चेक देना चाहा। इस पर दूल्हे ने ससुर का सम्मान करते हुए चेक लिया, लेकिन हाथ जोड़कर कहा कि आप हमें बेटी दे रहे हैं। इससे बड़ा कोई दहेज नहीं है। दूल्हे ने शगुन के तौर पर सिर्फ एक रुपया व नारियल रखा और 11 लाख रुपए का चेक लौटा दिया।
फाकोलिया के भवानी प्रताप सिंह ने समाज के सामने टीके में मोटी रकम लेने की परंपरा पर अंकुश लगाने के लिए यह पहल की। यह देखकर वहां मौजूद राजपूत समाज के लोगों ने इस कदम की सराहना की। सगाई समारोह में भीलवाड़ा डेयरी चेयरमैन रामलाल जाट, चितांबा सरपंच शैतान सिंह चुंडावत, भाजपा करेड़ा मंडल अध्यक्ष नाथूराम गुर्जर, विक्रम सिंह ताल, देवी सिंह, नारायण सिंह, श्रवण सिंह आदि मौजूद थे। सभी ने भवानी प्रताप की इस पहल को राजपूत एवं अन्य समाज के लिए प्रेरणादायी बताया।
सामाजिक बदलाव | राजपूत परिवार के युवा भवानीसिंह ने की अनुकरणीय पहल
करेड़ा. फाकोलिया गांव में सगाई दस्तूर के दौरान दुल्हन पक्ष की ओर से दिया गया 11 लाख रुपए का चेक लौटाते दूल्हा भवानी प्रताप सिंह।
पिता चावंड सिंह ने किया था रिश्ता, तभी तय हो गया था टीके में नहीं लेंगे रुपए... भवानी प्रताप सिंह का रिश्ता उनके पिता चावंड सिंह ने किया था। उस समय पिता ने बेटे और मां को यह कहा था कि टीका दस्तूर में कोई राशि नहीं ली जाएगी। पिता की अंतिम ईच्छा पूरी करने के लिए बेटे ने यह पहल की।
दूल्हे ने इंदौर से होटल मैनेजमेंट में किया डिप्लोमा, दूल्हा-दुल्हन दोनों ग्रेजुएट... दूल्हा भवानी प्रताप सिंह व दुल्हन भंवर कंवर दोनों ग्रेजुएट हैं। दूल्हे ने इंदौर से होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया है।
दूल्हे ने कहा-शादी में न गहने लेंगे ने नकद राशि
अभी शादी की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन दूल्हा भवानी प्रताप सिंह सगाई दस्तूर कार्यक्रम में ही तय कर लिया कि शादी भी दहेज के बिना करेंगे। दुल्हन पक्ष से न गहने लिए जाएंगे न कोई नकद राशि लेंगे। दूल्हे द्वारा ऐसी पहल करने की समारोह में उपस्थित लोगों ने काफी सराहना की।
पिता चावंड सिंह ने किया था रिश्ता, तभी तय हो गया था टीके में नहीं लेंगे रुपए... भवानी प्रताप सिंह का रिश्ता उनके पिता चावंड सिंह ने किया था। उस समय पिता ने बेटे और मां को यह कहा था कि टीका दस्तूर में कोई राशि नहीं ली जाएगी। पिता की अंतिम ईच्छा पूरी करने के लिए बेटे ने यह पहल की।
दूल्हे ने इंदौर से होटल मैनेजमेंट में किया डिप्लोमा, दूल्हा-दुल्हन दोनों ग्रेजुएट... दूल्हा भवानी प्रताप सिंह व दुल्हन भंवर कंवर दोनों ग्रेजुएट हैं। दूल्हे ने इंदौर से होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया है।
दूल्हे ने कहा-शादी में न गहने लेंगे ने नकद राशि
अभी शादी की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन दूल्हा भवानी प्रताप सिंह सगाई दस्तूर कार्यक्रम में ही तय कर लिया कि शादी भी दहेज के बिना करेंगे। दुल्हन पक्ष से न गहने लिए जाएंगे न कोई नकद राशि लेंगे। दूल्हे द्वारा ऐसी पहल करने की समारोह में उपस्थित लोगों ने काफी सराहना की।
पिता चावंड सिंह ने किया था रिश्ता, तभी तय हो गया था टीके में नहीं लेंगे रुपए... भवानी प्रताप सिंह का रिश्ता उनके पिता चावंड सिंह ने किया था। उस समय पिता ने बेटे और मां को यह कहा था कि टीका दस्तूर में कोई राशि नहीं ली जाएगी। पिता की अंतिम ईच्छा पूरी करने के लिए बेटे ने यह पहल की।
दूल्हे ने इंदौर से होटल मैनेजमेंट में किया डिप्लोमा, दूल्हा-दुल्हन दोनों ग्रेजुएट... दूल्हा भवानी प्रताप सिंह व दुल्हन भंवर कंवर दोनों ग्रेजुएट हैं। दूल्हे ने इंदौर से होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया है।
दूल्हे ने कहा-शादी में न गहने लेंगे ने नकद राशि
अभी शादी की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन दूल्हा भवानी प्रताप सिंह सगाई दस्तूर कार्यक्रम में ही तय कर लिया कि शादी भी दहेज के बिना करेंगे। दुल्हन पक्ष से न गहने लिए जाएंगे न कोई नकद राशि लेंगे। दूल्हे द्वारा ऐसी पहल करने की समारोह में उपस्थित लोगों ने काफी सराहना की।
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