सुजानदेसर में गौशाला की जमीन की जमाबंदी निगम को मिली

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Published on : 13 Mar, 18 13:03

मुद्दा आवारा पशु : आवारा पशुओं को पकड़ने में नगर निगम की धीमी चाल,

सुजानदेसर में गौशाला की जमीन की जमाबंदी निगम को मिली सुजानदेसर में आवारा पशुओं के लिए गौशाला की जमीन की जमाबंदी सोमवार को नगर निगम को मिल गई। जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने महापौर नारायण चौपड़ा को जमाबंदी की प्रति सौंपी। सीमा ज्ञान के लिए तहसीलदार को कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार के निर्देश पर सुजानदेसर में 280 बीघा जमीन गौशाला के लिए आबंटित की गई है। राजस्व विभाग ने यह जमीन नगर निगम के रिकार्ड में दर्ज करके इसकी जमाबंदी तैयार कर दी है। सोमवार को महापौर नारायण चौपड़ा जमीन के संबंध में जिला कलेक्टर से मिले तो उन्हें जमाबंदी की नकल सौंप दी गई। कलेक्टर ने मौके पर ही राजस्व तहसीलदार को निर्देश दिए हैं कि पटवारी सहित अन्य अधिकारियों की एक टीम बनाकर जमीन का सीमाज्ञान तत्काल कराएं।
गौरतलब है कि आवारा पशुओं की समस्या को लेकर कांग्रेसी नेता गोपाल गहलोत ने 35 दिन तक कलेक्ट्रेट पर धरना दिया था। उसके साथ ही हाई कोर्ट में भी जनहित याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट ने पिछले दिनों याचिका पर दिए अपने फैसले में आवारा पशुओं को शहर से बाहर गौशाला में रखने के निर्देश नगर निगम को दिए थे।
सांडों को पकड़ने के लिए दो टैंडर किए
दोनों ही केंसिल कर दिए
नगर निगम ने आवारा सांडों को पकड़ने के लिए दो टैंडर किए थे, लेकिन दोनों ही केंसिल कर दिए। दोनों टेंडरों में ही दरों को लेकर निगम सहमत नहीं रहा। पहले टैंडर में फर्म की ओर से प्रस्तावित प्रति सांड की दर से भुगतान करने के लिए निगम ने मना कर दिया था। निगम ने दर कम करने का दबाव बनाया, लेकिन ठेकेदार ने मना कर दिया। दूसरा टैंडर लेबर के लिए किया गया, जिसमें ठेकेदार ने आठ लेबर रखने के लिए एक महीने के 99 हजार रुपए मांगे थे, लेकिन निगम ने उसे भी अधिक बताते हुए निरस्त कर दिया है। अब निगम के ही सफाई कर्मचारी सांडों को पकड़ रहे हैं। दिनभर में 10-12 सांड ही पकड़े जा रहे हैं। उसमें भी नियमितता नहीं है।
सुजानदेसर में गौशाला की भूमि की जमाबंदी की नकल महापौर को सौंपते जिला कलेक्टर।
जयपुर और नागौर की गौशालाओं का सर्वे किया
सुजानदेसर में गौशाला बनाने के लिए नगर निगम ने जयपुर की हिंगोनिया और नागौर में निजी ट्रस्ट द्वारा संचालित गौशालाओं सर्वे कराया है। आयुक्त निकया गोहाएन ने निगम की एक जेईएन को इन गौशालाओं में भेजा था। जेईएन ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। दोनों गौशालाओं के ड्राइंग भी तैयार किए गए हैं। उन्हें देखते हुए सुजानदेसर में भविष्य की जरूरत के अनुसार गौशाला का निर्माण होगा।
सुजानदेसर में गौशाला की जमीन की जमाबंदी हमें मिल गई है। सीमा ज्ञान होने के बाद वहां निर्माण कार्यों के लिए टैंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। महापौर, नारायण चौपड़ा
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