आस्था का दीया जलाए रखने में मिलता है परम सुखः अरविन्द सिंह मेवाड

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Published on : 11 Mar, 18 21:03

विभूतियों के सम्मान में करतल ध्वनियों से गूंज उठा माणक चौक गुणीजनों के सम्मान में आस्था का दीया जलाए रखने में मिलता है परम सुखः अरविन्द सिंह मेवाड

आस्था का दीया जलाए  रखने में मिलता है परम सुखः अरविन्द सिंह मेवाड उदयपुर, महाराणा मेवाड चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के 36वें वार्षिक अलंकरण समारोह के अवसर पर सम्मानित विभूतियों एवं अतिथियों को संबोधित करते हुए महाराणा मेवाड चैरिटेबल फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड ने कहा कि फाउण्डेशन को संसार भर के गुणीजनों के सम्मान में अपनी आस्था का दीपक जलाए रखने में ही परम सुख मिलता है।

इस अवसर पर अमेरिका की कोलम्बिया युनिवरसिटी के प्रोफेसर जॉन स्ट्रेटन हावले को अन्तरराष्ट्रीय कर्नल जेम्स टॉड सम्मान प्रदान किया गया। प्रो. हावले ने महाराणा अमर सिंह द्वितीय के समय सूरदास पर बनी मेवाडी चित्रशैली की पेन्टिंग्स का गहन अध्ययन कर उसे अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पुस्तक रूप में प्रस्तुत किया है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष दिए जाने वाले कर्नल जेम्स टॉड अलंकरण के तहत दो लाख एक रुपये की राशि, तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किए गए।

पत्रकारिता के क्षेत्र में द हिन्दु की राजनयिक संपादक के रूप में अपनी अलग पहचान बनाने वाली श्रीमती सुहासिनी हैदर को राष्ट्रीय स्तर का हल्दीघाटी सम्मान, भारत के ‘मेट्रो मेन’ के नाम से प्रख्यात सिविल इंजीनियर डॉ. ई श्रीधरन को हकीम खाँ सूर अलंकरण, पर्यावरण के क्षेत्र में दिया जाने वाला महाराणा उदयसिंह सम्मान गुजरात के हर्बल मेन गफ्फारभाई कुरैशी को प्रदान किया गया। अपने निर्धारित कर्त्तव्य से ऊपर उठकर अपनी जान जोखिम में डालते हुए 50 से अधिक यात्रियों की जीवन रक्षा करने वाले वलसाड गुजरात के बस ड्राइवर सलीम गफूर शेख एवं हर्ष देसाई को पन्नाधाय सम्मान से सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर दिये जाने वाले उक्त चारों अलंकरणों के तहत प्रत्येक विभूति को एक लाख एक रु. नकद, तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किए गए।

वार्षिक अलंकरण समारोह के संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि अलंकरण समारोह रविवार को सायं सिटी पैलेस उदयपुर के माणक चौक प्रांगण में उपरोक्त अलंकरण फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड ने प्रदान किया तथा समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी ने की।

संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि फाउण्डेशन द्वारा उपरोक्त अलंकरणों के अलावा राज्य स्तर पर दिये जाने वाले अलंकरणों के अन्तर्गत ‘‘महाराणा मेवाड सम्मान’’ मुम्बई के आबिद सूरती, नई दिल्ली की श्रीमती रसप्रीत सिद्धु एवं पद्यभूषण सत्यव्रत शास्त्री को प्रदान किया गया। ज्योतिष, वेद विज्ञान एवं कर्मकाण्ड में श्रेष्ठ योगदान के लिये मूलतः खेरवाडा निवासी डॉ. संदीप जोशी एवं उदयपुर के पं. (डॉ.) चन्द्रकान्त पुरोहित को ‘‘महर्षि हारीत राशि सम्मान’’ प्रदान किया गया। भारतीय संस्कृति, साहित्य व इतिहास के क्षेत्र में दिये जाने वाला ‘‘महाराणा कुम्भा सम्मान’’ राजस्थानी साहित्य के जाने माने नाम देवकिशन राजपुरोहित को अपने भावपूर्ण लेखन हेतु प्रदान किया गया। फाउण्डेशन द्वारा ललित कला के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘महाराणा सज्जनसिंह सम्मान’’ लोककला के क्षेत्र में राजस्थान का नाम रोशन करने वाले शाहपुरा, भीलवाडा निवासी अभिषेक जोशी को प्रदान किया गया। संगीत के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘डागर घराना सम्मान’’ भारत के प्रख्यात ध्रुपद गायक प्रशांत एवं निशांत मलिक को भारतीय धु*पद गायकी के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने हेतु अलंकृत किया गया। आदिवासी समाज के उत्थान के लिए दिया जाने वाला ‘‘राणा पूंजा सम्मान’’ मेवाड के आदिवासी अंचल उदयपुर जिले के गोगुन्दा के मलारिया व आसपास के ग्रामों में आदिवासी परिवारों को स्वास्थ्य, कन्या शिक्षा के प्रति अलख जगाने वाली श्रीमती वरदी बाई को प्रदान किया गया। राज्य के खिलाडियों को दिये जाने वाले ‘‘अरावली सम्मान’’ से उदयपुर के अन्तरराष्ट्रीय शक्तितोलक खिलाडी मिहिर सोनी एवं जयपुर के हिमांशु लाम्बा को रोल बॉल खेल में भारत का नाम रोशन करने के उपलक्ष में हेतु प्रदान किये गये। राज्यस्तरीय अलंकरणों से सम्मानित होने वाली विभूतियों को इक्यावन हजार एक रू., तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किये गए।

राज्य का सर्वश्रेष्ठ पुलिस थाना पुरस्कार पुलिस थाना मकबरा जिला कोटा को प्रदान किया गया। महाराणा मेवाड विशेष अलंकरण के तहत तोरण, मेवाड अधिपति परमेश्वराजी महाराज श्री एकलिंगजी के विग्रह से युक्त स्वर्ण पदक प्रशस्ति पत्र, सम्मान शॉल एवं 25001 की सम्मान राशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त भामाशाह अलंकरण से वर्ष 2017 के 23 विद्यार्थियों को 11,001 रू. की सम्मान राशि, महाराणा राजसिंह अलंकरण से 17 विद्यार्थी को 11,001/- रु. की सम्मान राशि तथा महाराणा फतह सिंह अलंकरण से 76 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को 5001 रू. की सम्मान राशि, पदक और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।

मंच पर सम्मानित कर्नल जेम्स टॉड अवार्डी प्रोफेसर जॉन स्ट्रेटन हावले ने शुद्ध हिन्दी में उद्बोधन देकर दर्शकों में रोमांच भर दिया। उन्होंने कवि सूरदास की कृतियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर पत्रकार सुहासिन हैदर ने आम जीवन में पत्रकारिता के मायनों के बारे में सटीक जानकारी दी। श्री देवकिशन राजपुरोहित ने भी फाउण्डेशन का आभार व्यक्त किया।

समारोह के अध्यक्ष राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी ने कहा कि होनहार विद्यार्थियों का अद्भुत उदाहरण देते हुए उनसे प्रेरणा लेकर जीवन में निराशाओं को समाप्त करने की प्रेरणा दी।

इससे पूर्व फाउण्डेशन के प्रवक्ता पंडित नरेन्द्र मिश्र ने अपनी ओजस्वी कविताओं के छन्दों के साथ फाउण्डेशन द्वारा कराए जा रहे अनेक जनहित कार्यों के बारे में बताया। धन्यवाद की रस्म फाउण्डेश्न के ट्रस्टी लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने की। कार्यक्रम का संचालन रूपा चक्रवर्ती एवं गोपाल सोनी ने किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

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