चिकित्सकीय अव्यवस्था के कारण छबड़ा थर्मल में अभियंता की मौत

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Published on : 25 Feb, 18 09:02

भाया ने की राज्यपाल से कार्यवाही की मांग


बारां थर्मल पावर छबडा में 22 फरवरी को चिकित्सकीय अव्यवस्थाओं के कारण वहां पर बिहार निवासी कार्यरत कनिष्ठ अभियन्ता श्री जवाहर कुमार की मौत हो गई। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद जैन भाया ने राज्यपाल को पत्र लिखकर इस घटना के लिए दोषी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नही हो सके।

पूर्व मंत्री एवं प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद भाया ने बताया कि 22 फरवरी को सवेरे साढे दस बजे बिहार निवासी कनिष्ठ अभियंता श्री जवाहर कुमार के सीने में दर्द की शिकायत उठने पर वह स्वयं पैदल चलकर थर्मल पावर स्थित डिस्पेन्सरी पर पहुंचे लेकिन वहां पर चिकित्सक की व्यवस्था नही होनेे के कारण उनको उपचार नही मिल सका। उनको वहां से छबडा के लिए रेफर कर दिया गया। छबडा थर्मल प्रशासन द्वारा एक बोलेरो वाहन को ही एम्बूलेन्स का रूप दिया हुआ हेै जिसमें आॅक्सीजन सिलेण्डर तक की व्यवस्था नही है। चिकित्सकीय अव्यवस्थाओं के कारण प्राथमिक उपचार के अभाव में छबडा पहुंचने से पहले ही अभियन्ता ने दम तोड़ दिया तथा थर्मल प्रशासन छबडा की अव्यवस्थाओं की कीमत अभियंता को अपनी जान देकर चुकानी पडी।
भाया ने कहा कि यह बडे खेद का विषय है कि राज्य की सबसे बडी थर्मल इकाई छबडा में कार्यरत है जहां पर 24 घंटे प्लांट चल रहा है एवं यहां पर सैकडों की संख्या में कर्मचारी दिन-रात काम करते है। इतने बडे प्लान्ट में चिकित्सक नही होने के कारण कम्पाउण्डर, नर्सो द्वारा ही ईलाज किया जा रहा है तथा एम्बूलेन्स तथा आॅक्सीजन जैसी सुविधा भी उपलब्ध नही है। भाया ने राज्य के राज्यपाल को पत्र लिखकर मांग करते हुए कहा कि भविष्य में किसी अन्य कार्मिक के साथ इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नही हो इसके लिए थर्मल पावर छबडा में चिकित्सक, एम्बूलेन्स, आॅक्सीजन एवं समुचित चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ की जाए तथा इस घटना के लिए थर्मल छबडा के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
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