यांगून : म्यांमार में अंतहीन तकलीफों को झेल अपना सबकुछ छोड़ शरणार्थी बनने को मजबूर रोहिंग्या समुदाय के साथ क्रूरता की नयी घटनाएं सामने आ रही है. सैटेलाइट इमेजों से मिली जानकारी के मुताबिक म्यांमार में रोहिंग्या बहुल गांवों को बुलडोजर से ढहाया जा रहा है. म्यांमार की आर्मी ने रोहिंग्या बहुल रखाइन प्रांत में इमारतों को ढहाने का ऑपरेशन शुरू कर दिया है. यह रोहिंग्या समुदाय की आखिरी निशानी भी है.
क्लोरॉडो के डिजिटल ग्लोब द्वारा जारी सैटेलाइट तसवीरों के मुताबिक कई गांव अब खाली नजर आ रहे हैं. म्यांमार की सरकार ने मामले पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि इस क्षेत्र का पुनर्निमाण किया जा रहा है. किसी के घर उजाड़ने का कोई इरादा नहीं है. पूरी घटनाक्रम पर जब ग्लोबल मीडिया ने रोहिंग्या समुदाय के लोगों से बात की तो उन्होंने कहा कि म्यांमार में हमारी संस्कृति की आखिरी निशानी मिटायी जा रही है, ताकि फिर से हम वापस लौट न सके.
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